Edited By Mahima,Updated: 26 Nov, 2024 12:27 PM
भारतीय तटरक्षक बल ने अंडमान जलक्षेत्र में मछली पकड़ने वाली नाव से अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप जब्त की, जिसमें करीब 5 टन मादक पदार्थ शामिल हैं। यह कार्रवाई ऑपरेशन 'सागर मंथन-4' के तहत की गई, जिसमें एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस ने संयुक्त रूप...
नेशनल डेस्क: भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने अंडमान जलक्षेत्र में एक मछली पकड़ने वाली नाव से अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप जब्त की है। रक्षा अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इस जब्ती में करीब 5 टन मादक पदार्थ (ड्रग्स) शामिल हैं, जो भारतीय तटरक्षक बल द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी जब्ती हो सकती है। अधिकारियों ने इसे एक बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
मछली पकड़ने वाली नाव से जब्ती
भारतीय तटरक्षक बल की इस कार्रवाई ने मादक पदार्थों की तस्करी की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है। यह जब्ती अंडमान जलक्षेत्र में एक मछली पकड़ने वाली नाव से की गई। अधिकारियों का कहना है कि यह ड्रग्स की खेप मादक पदार्थों की तस्करी और कार्टेल के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत पकड़ी गई है। यह हाल ही में तस्करी रोकने के लिए की गई कुछ प्रमुख जब्तियों में एक और अहम कार्रवाई मानी जा रही है।
पहले भी हुई बड़ी ड्रग्स जब्ती
इस महीने की शुरुआत में, मादक पदार्थों की तस्करी निरोधक एजेंसियों ने गुजरात तट से दूर भारतीय जलक्षेत्र में करीब 700 किलोग्राम मेथमफेटामाइन (जिसे 'मेथ' के नाम से भी जाना जाता है) की जब्ती की थी। इसके साथ ही आठ ईरानी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया था। इसी प्रकार, दिल्ली में कोकीन की बड़ी खेप के भंडाफोड़ के एक हफ्ते बाद, गुजरात की एक फैक्ट्री से 400 किलोग्राम ड्रग्स भी जब्त किए गए थे।
सागर मंथन-4 ऑपरेशन
भारतीय तटरक्षक बल की इस बड़ी सफलता को ऑपरेशन 'सागर मंथन-4' के तहत अंजाम दिया गया था, जिसे खुफिया सूचनाओं के आधार पर शुरू किया गया था। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने इस ऑपरेशन के बारे में एक बयान जारी करते हुए कहा कि भारतीय नौसेना ने अपनी समुद्री गश्ती संपत्तियों का इस्तेमाल कर एक संदिग्ध जहाज की पहचान की और उसे रोका। इस ऑपरेशन में एनसीबी, भारतीय नौसेना और गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने मिलकर संयुक्त रूप से कार्रवाई की।
केंद्रीय गृह मंत्री की प्रतिक्रिया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ड्रग्स जब्ती पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे "सरकार की दृष्टि के प्रति प्रतिबद्धता और हमारी एजेंसियों के बीच निर्बाध समन्वय का एक शानदार उदाहरण" बताया। गृह मंत्री ने कहा कि यह अभियान मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने के लिए सरकार के संकल्प को दर्शाता है और इसकी सफलता से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस दिशा में पूरी तरह से सक्रिय हैं।
समुद्री मार्ग से तस्करी की बढ़ती घटनाएं
इस साल अब तक, एंटी-नारकोटिक्स एजेंसियों ने समुद्री मार्ग से तस्करी की जा रही लगभग 3,500 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की हैं। इन मामलों में 11 ईरानी और 14 पाकिस्तानी नागरिकों की गिरफ्तारी की गई है, जो फिलहाल अदालत की सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं। यह घटनाएं बताते हैं कि समुद्री मार्ग से मादक पदार्थों की तस्करी लगातार बढ़ रही है और भारतीय एजेंसियां इस पर पूरी निगरानी बनाए हुए हैं।
निरंतर कार्रवाई की जरूरत
मादक पदार्थों की तस्करी पर नियंत्रण पाने के लिए भारतीय तटरक्षक बल, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), नौसेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां लगातार निगरानी रख रही हैं। समुद्री मार्ग से होने वाली तस्करी के बढ़ते मामलों के बीच यह कार्रवाई एक मजबूत संदेश देती है कि भारत इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। भारतीय तटरक्षक बल और अन्य एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई से यह भी साफ हो गया है कि देश में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं, और इस दिशा में लगातार सफलता प्राप्त हो रही है।