Edited By Tanuja,Updated: 29 Nov, 2024 06:09 PM
भारत और कनाडा संबंधों में तनाव कम नहीं हो रहा है। भारत सरकार का कहना है कि कनाडा के अधिकारियों ने सूचित किया कि वैंकूवर स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के...
International Desk: भारत और कनाडा संबंधों में तनाव कम नहीं हो रहा है। भारत सरकार का कहना है कि कनाडा के अधिकारियों ने सूचित किया कि वैंकूवर स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को हाल ही में जानकारी दी गई है कि उनकी ऑडियो और वीडियो की निगरानी की जा रही है। विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि भारत सरकार ने इस मामले में 2 नवंबर 2024 को नई दिल्ली में कनाडाई उच्चायोग के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया।
यह कार्य सभी राजनयिक प्रावधानों का उल्लंघन है। कनाडा सरकार तकनीकी कारणों का हवाला देकर इसे सही नहीं ठहरा सकती। यह कार्रवाई हमारे राजनयिकों के लिए उत्पीड़न और धमकी की स्थिति को और गंभीर बनाती है।" उन्होंने यह भी कहा कि कनाडा में भारतीय राजनयिक और वाणिज्य दूतावास के अधिकारी पहले से ही उग्रवाद और हिंसा के माहौल में काम कर रहे हैं, और कनाडा की यह कार्रवाई स्थिति को और खराब कर रही है। विदेश राज्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत सरकार कनाडा के साथ लगातार संपर्क में है ताकि वहां भारतीय राजनयिकों और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के सांसद अब्दुल वहाब द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि "भारत और कनाडा के संबंध लंबे समय से चुनौतीपूर्ण रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि कनाडा सरकार उन चरमपंथी और अलगाववादी तत्वों को राजनीतिक आश्रय प्रदान करती है, जो भारत विरोधी एजेंडा चलाते हैं। ये तत्व भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को खतरे में डालने वाली गतिविधियों में शामिल रहते हैं।" विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी मीडिया से कहा कि यह घटना स्थापित राजनयिक मानदंडों और प्रथाओं के विपरीत है। उन्होंने कनाडा को चेतावनी दी कि ऐसी हरकतें भारत-कनाडा के पहले से तनावपूर्ण संबंधों को और बिगाड़ सकती हैं।