Edited By Anu Malhotra,Updated: 28 Oct, 2024 08:41 AM
अगले 10 साल भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार के लिए स्वर्णिम साबित हो सकते हैं। डीआर चोकसी फिनसर्व के एमडी, देवेन चोकसी के अनुसार, भारत की इक्विटी में निवेश करने के लिए यह दिवाली विशेष अवसर लेकर आई है। एक अनुमान के मुताबिक, हर महीने 20 हजार रुपये...
नेशनल डेस्क: अगले 10 साल भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार के लिए स्वर्णिम साबित हो सकते हैं। डीआर चोकसी फिनसर्व के एमडी, देवेन चोकसी के अनुसार, भारत की इक्विटी में निवेश करने के लिए यह दिवाली विशेष अवसर लेकर आई है। एक अनुमान के मुताबिक, हर महीने 20 हजार रुपये का निवेश 10 साल में 1.46 करोड़ रुपये में बदल सकता है, और यह सिर्फ 24 लाख रुपये के कुल निवेश पर होगा। इसके लिए कुछ अहम कारण हैं:
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तेज आर्थिक वृद्धि: 2035 तक भारत की अर्थव्यवस्था लगभग दोगुनी होकर 7 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच सकती है। यह वृद्धि अगले 10 सालों में इक्विटी रिटर्न को स्थिर बना सकती है।
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बढ़ता म्यूचुअल फंड निवेश: सितंबर तक म्यूचुअल फंड्स का एयूएम 66 लाख करोड़ रुपये से ऊपर चला गया है, जो सालाना 15% की दर से बढ़ रहा है। यह अगले 5 सालों में 132 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
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बढ़ते निवेशक: अप्रैल-सितंबर 2024 के दौरान रोजाना 42 लाख नए निवेशकों ने डीमैट अकाउंट खोले, जिससे निवेशकों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।
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इन्फ्रास्ट्रक्चर निवेश: नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन योजना के तहत 2030 तक 142 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, जो आर्थिक वृद्धि को गति देगा। इतिहास गवाह है कि अमेरिका, जापान और चीन जैसे देशों ने अपने विकास के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा निवेश किया है।
किन क्षेत्रों में निवेश फायदेमंद रहेगा?
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ग्रीन हाइड्रोजन: 2030 तक भारत 50 लाख टन का उत्पादन लक्ष्य लेकर चल रहा है, जिससे यह बाजार 1.7 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है।
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अक्षय ऊर्जा: अगले 5 सालों में 500 गीगावॉट उत्पादन क्षमता का लक्ष्य रखा गया है, जिससे यह 5.5 लाख करोड़ रुपये का बाजार बन सकता है।
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एनर्जी स्टोरेज: ईवी की बढ़ती मांग से लिथियम आयन बैटरी और अन्य एनर्जी स्टोरेज तकनीकों की मांग बढ़ेगी।
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सेमीकंडक्टर: दुनिया की प्रमुख कंपनियां भारत में प्लांट लगा रही हैं, जिससे 2035 तक यह उद्योग 17 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है।
इस प्रकार, आने वाले वर्षों में ग्रीन एनर्जी, ईवी, एग्री टेक और सेमीकंडक्टर जैसी उभरती इंडस्ट्रीज में निवेश से बेहतर रिटर्न की संभावनाएं हैं।