Edited By Tanuja,Updated: 23 Oct, 2024 05:29 PM
खालिस्तान मुद्दे पर कनाडा का सहयोग न मिलने भारत ने खालिस्तानी आतंकवादियों को "Five Eyes' देशों को सूची साझा करने की योजना बनाई है। जानकारी के अनुसार कनाडा में रह रहे खालिस्तानी चरमपंथियों के खिलाफ...
International Desk: खालिस्तान मुद्दे पर कनाडा का सहयोग न मिलने भारत ने वहां मजे से रह रहे खालिस्तानी आतंकवादियों को "Five Eyes' देशों को सूची साझा करने की योजना बनाई है। जानकारी के अनुसार कनाडा में रह रहे खालिस्तानी चरमपंथियों के खिलाफ भारतीय जांच एजेंसियों की बार-बार की गई मांगों के बावजूद कनाडा के सहयोग से मना करने के बाद, भारत अब 'फाइव आईज़' देशों के साथ खालिस्तानी आतंकियों की एक सूची साझा करने की योजना बना रहा है। इस कदम का उद्देश्य कनाडा की असहयोगिता को उजागर करना और उस पर दबाव बढ़ाना है। 'Five Eyes' खुफिया संधि में कनाडा, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड शामिल हैं।
ये भी पढ़ेंः- कनाडा में कांडः वॉलमार्ट में बड़े ओवन के अंदर मिला सिख महिला कर्मचारी का शव
भारत के इस कदम को कई विकल्पों में से एक माना जा रहा है, जो सरकार के विचाराधीन हैं। यह दृष्टिकोण अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन इसका उद्देश्य ओटावा पर अतिरिक्त दबाव डालना है, ताकि उसके सहयोगियों से समर्थन प्राप्त किया जा सके। ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, यह संभावित कदम उन परिस्थितियों पर निर्भर करेगा कि भारत और कनाडा के बीच дипломатिक विवाद कैसे विकसित होते हैं। भारत ने पहले ही कनाडा को दी गई इस सूची को अन्य फाइव आईज़ देशों के साथ साझा करने की योजना बनाई है, ताकि कनाडा की अनिच्छा को उजागर किया जा सके।
भारत ने कनाडा से खालिस्तानी आतंकवाद और अलगाववाद से जुड़े आठ चरमपंथियों और गैंगस्टरों की जानकारी मांगी है, जिन पर पाकिस्तानी एजेंटों के साथ संभावित संबंध होने का संदेह जताया गया है। सूची में संदीप सिंह सिद्धू, अर्शदीप सिंह गिल और लखबीर सिंह जैसे नाम शामिल हैं, जो कथित रूप से जबरन वसूली से लेकर आतंकवाद तक की गतिविधियों में संलग्न हैं। भारत ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के निधन का प्रमाण पत्र भी कनाडाई अधिकारियों से मांगा था, लेकिन इसे लेकर भी अधिकारियों से बाधाएं आईं।
पढ़ेः- पन्नू हत्या साजिश मामले में अमेरिका ने दिखाई सख्ती, कहा- भारतीय जांच नतीजों पर चाहते हैं ‘सार्थक जवाबदेही''
पिछले साल कनाडा ने आरोप लगाया था कि भारत निज्जर के हत्या में शामिल था, जिससे दोनों देशों के बीच रिश्ते और बिगड़ गए हैं। इसके बाद, भारत ने ओटावा से अपने उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया, जबकि कनाडाई उच्चायुक्त और कुछ राजनयिकों को नई दिल्ली से वापस भेजा गया। इस पूरे घटनाक्रम में, भारत अब अपने सहयोगियों से यह अपील करने की योजना बना रहा है कि वे कनाडा को भारत के साथ सहयोग करने के लिए मनाने में मदद करें।