Edited By Harman Kaur,Updated: 27 Aug, 2024 12:38 PM
सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा से जुड़े नए नियमों की घोषणा की है, जो 2025 से लागू होंगे। इन नियमों के तहत भारतीय पति-पत्नी होटल में एक साथ ठहरने की सुविधा अब नहीं मिलेगी। सऊदी सरकार के अनुसार, भारतीय पति-पत्नी के एक साथ ठहरने पर 'बेपर्दगी' (पर्दा न...
नेशनल डेस्क: सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा से जुड़े नए नियमों की घोषणा की है, जो 2025 से लागू होंगे। इन नियमों के तहत भारतीय पति-पत्नी होटल में एक साथ ठहरने की सुविधा अब नहीं मिलेगी।
सऊदी सरकार के अनुसार, भारतीय पति-पत्नी के एक साथ ठहरने पर 'बेपर्दगी' (पर्दा न होने) का सवाल उठता है। दूसरे देशों के हज यात्री पहले से ही अलग-अलग कमरों में ठहरते हैं। इसलिए, अब भारतीय जोड़ों के लिए भी यही नियम लागू किया गया है।
हज कमेटी की योजना
हज कमेटी ऑफ इंडिया ने बताया कि भारतीय पति-पत्नी को एक ही इमारत में अलग-अलग कमरे दिए जाएंगे, लेकिन उनके कमरे पास-पड़ोस में होंगे। इससे जरूरत पड़ने पर वे एक-दूसरे की मदद कर सकेंगे।
रियायत की वजह
हर साल भारत से लगभग पौने दो लाख लोग हज यात्रा पर जाते हैं। इनमें से ज्यादातर बुजुर्ग और कम पढ़े-लिखे होते हैं, इसलिए पहले भारतीय पति-पत्नी को एक साथ ठहरने की अनुमति दी गई थी।
नई व्यवस्था
अब तक, हज यात्रियों के समूह को राज्यवार बांटा जाता था और उन्हें एक ही होटल में एक साथ ठहराया जाता था। नए नियमों के अनुसार, यात्रियों को जिलेवार इमारतों में ठहराया जाएगा। इमारत के हर फ्लोर पर रिसेप्शन होगा, जहां पति-पत्नी मिलकर बातचीत कर सकेंगे।
बुजुर्ग यात्री
सऊदी अरब ने बुजुर्ग यात्रियों की उम्र की सीमा 70 से घटाकर 65 साल कर दी है। इन बुजुर्ग यात्रियों को एक साथ ठहराने की व्यवस्था की जाएगी। इन नए नियमों के साथ, हज यात्रा का अनुभव अब थोड़ा अलग होगा, लेकिन यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये बदलाव किए जा रहे हैं।
ये भी पढ़ें....
- 5 साल के तेगबीर सिंह ने बनाया नया विश्व रिकॉर्ड, बना सबसे कम उम्र का एशियाई पर्वतारोही
रोपड़ के 5 साल के तेगबीर सिंह ने माउंट किलिमंजारो की चोटी पर चढ़कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई 19,340 फीट (5895 मीटर) है। तेगबीर अब सबसे कम उम्र का एशियाई पर्वतारोही बन गया है। उसने 18 अगस्त को ट्रैकिंग शुरू की और 23 अगस्त को चोटी पर पहुंच गया। यह ट्रैक कम ऑक्सीजन वाला होता है, इसलिए चढ़ाई से पहले खास तैयारी की जरूरत होती है। तेगबीर ने सभी चुनौतियों को पार कर लिया।