Edited By Tanuja,Updated: 29 Jul, 2024 12:50 PM
ब्रिटेन (UK) के आम चुनावों में कंजरवेटिव पार्टी को मिली हार के बाद, पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल (Priti Patel) ने नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में शामिल हो गई...
London: ब्रिटेन (UK) के आम चुनावों में कंजरवेटिव पार्टी को मिली हार के बाद, पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल (Priti Patel) ने नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में शामिल हो गई हैं। प्रीति पटेल पहली भारतीय मूल की महिला हैं जो इस पद के लिए उम्मीदवार बनी हैं। पार्टी की हार के बाद, पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को 2 नवंबर तक के लिए अंतरिम नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया गया है। प्रीति पटेल का मुकाबला जेम्स क्लीवर्ली, टॉम टगेंधाट, मेल स्ट्राइड, और रॉबर्ट जेनरिक जैसे नेताओं से होगा।52 वर्षीय प्रीति पटेल ने पार्टी का नेतृत्व करने और उसे फिर से जीत दिलाने का संकल्प लिया है।
उन्होंने अपने बयान में कहा कि हमें अपने मूल्यों को मजबूत नेतृत्व और नीतियों के साथ बदलना होगा। बता दें कि ब्रिटेन (Britain) के हालिया आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी की हार के बाद लेबर पार्टी की सरकार बना चुकी है। इसके साथ ही अब कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से 'हाउस ऑफ कॉमन्स' में कंजर्वेटिव पार्टी की ओर नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ शुरू हो गई है। इस दौड़ में शामिल होने वाले उम्मीदवारों में प्रीति पटेल भी हैं।
कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से नया नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए दो चरणों में मतदान होना है। मतदान के परिणाम 2 नवंबर को सामने आएंगे। तब तक पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इस पद पर बने रहेंगे। भारतीय मूल की नेता प्रीति पटेल इस दौड़ में शामिल होने वाली पहली महिला उम्मीदवार हैं। अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए पटेल ने पार्टी को एकजुट करने और कंजर्वेटिव पार्टी को एक बार फिर अपने नेतृत्व में चुनाव जीतने वाली मशीन में बदलने का वादा किया। यह घटना ब्रिटिश राजनीति में एक महत्वपूर्ण क्षण को दर्शाती है, जिसमें भारतीय प्रवासी समुदाय की बढ़ती प्रभाव और प्रतिनिधित्व की झलक मिलती है।
भारत एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार: जीवन संधेर
लंदन: लेबर पार्टी की शानदार जीत के बाद, नव-निर्वाचित सांसद जीवन संधेर ने भारत को ब्रिटेन का अहम रणनीतिक साझेदार बताया। उन्होंने कहा कि राजनीति में विश्वास बहाल करने और भारत व भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ संबंध मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई है। जीवन संधेर, जो पूर्वी लंदन के इलफर्ड मिडल क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं, ने कहा कि उनकी भारतीय जड़ें उनके राजनीतिक सफर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय का योगदान ब्रिटेन के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।