Edited By Tanuja,Updated: 12 Feb, 2025 08:02 PM
![indian origin woman faces racial abuse in uk](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_19_41_114296706uk-ll.jpg)
ब्रिटेन में एक भारतीय मूल की महिला को नस्लीय गालियों का सामना करना पड़ा। यह घटना लंदन से मैनचेस्टर जा रही एक ट्रेन में हुई, जहां एक नशे में धुत व्यक्ति ने महिला पर नस्लीय टिप्पणी ...
London: ब्रिटेन में एक भारतीय मूल की महिला को नस्लीय गालियों का सामना करना पड़ा। यह घटना लंदन से मैनचेस्टर जा रही एक ट्रेन में हुई, जहां एक नशे में धुत व्यक्ति ने महिला पर नस्लीय टिप्पणी की और ब्रिटिश औपनिवेशिक इतिहास को लेकर भारत के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय मूल की गैब्रिएल फोर्सिथ अपने दोस्त से ट्रेन में बातचीत कर रही थीं। जब उन्होंने अप्रवासियों की मदद करने वाली एक चैरिटी के बारे में जिक्र किया, तो पास बैठे शराबी ने चिल्लाना शुरू कर दिया।
उस व्यक्ति ने नस्लीय टिप्पणी करते हुए कहा, "हमने पूरी दुनिया पर राज किया था। हमने भारत पर कब्जा किया था, लेकिन उसे रखना नहीं चाहते थे, इसलिए वापस कर दिया।" गैब्रिएल ने बताया कि उस व्यक्ति का व्यवहार बेहद आक्रामक था, जिससे वह असहज महसूस करने लगीं। हालांकि, ट्रेन में मौजूद कुछ यात्रियों ने उस व्यक्ति का विरोध किया। गैब्रिएल ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया। उन्होंने लिखा, "जैसे ही उसने अप्रवासी शब्द सुना, वह गुस्से में आ गया। यह पूरी घटना परेशान करने वाली थी, इसलिए मैंने अपनी सुरक्षा के लिए वीडियो रिकॉर्ड किया।" गैब्रिएल ने ब्रिटिश ट्रांसपोर्ट पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों को लंबे समय से नस्लीय भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। 2023 में एक सर्वे में सामने आया था कि **51% हिंदू पेरेंट्स ने बताया कि उनके बच्चों को स्कूल में नस्लीय नफरत का सामना करना पड़ा। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी नस्लीय भेदभाव का शिकार रह चुके हैं। उन्होंने स्वीकार किया था कि बचपन में उन्हें और उनके परिवार को नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था।
सिर्फ नस्लीय टिप्पणियां ही नहीं, बल्कि ब्रिटेन में भारतीय छात्रों के साथ भी भेदभाव की घटनाएं सामने आती रही हैं। 2022 में मॉन्टफोर्ट यूनिवर्सिटी के 150 भारतीय छात्रों को जानबूझकर फेल कर दिया गया था, जबकि श्वेत छात्रों को पास कर दिया गया था। ब्रिटिश शाही परिवार भी नस्लीय विवादों में घिर चुका है। प्रिंस हैरी की पत्नी मेगन मर्केल ने खुलासा किया था कि शाही परिवार के एक सदस्य ने उनके बेटे आर्ची के जन्म से पहले उसकी त्वचा के रंग को लेकर चिंता जताई थी।