Edited By Anu Malhotra,Updated: 19 Dec, 2024 09:32 AM
भारतीय शेयर बाजार आज तेज गिरावट के साथ खुले। बीएसई सेंसेक्स 900 अंकों से ज्यादा टूटकर 79,200 के स्तर पर आ गया। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स 280.70 अंकों की गिरावट के साथ 23,900 पर आ गया।
नेशनल डेस्क: भारतीय शेयर बाजार आज तेज गिरावट के साथ खुले। बीएसई सेंसेक्स 900 अंकों से ज्यादा टूटकर 79,200 के स्तर पर आ गया। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स 280.70 अंकों की गिरावट के साथ 23,900 पर आ गया।
गिरावट के कारण
यह गिरावट वैश्विक बाजारों में कमजोरी के संकेतों के साथ जुड़ी है, जो अमेरिकी फेडरल रिजर्व के हालिया ब्याज दर कटौती और भविष्य की नीतियों पर आधारित है।
इससे पहले दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के शेयर बाजारों में कल रात बड़ी गिरावट देखने को मिली। 18 दिसंबर 2024 को अमेरिकी बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स डाओ जोंस 1123 अंकों की गिरावट के साथ 42,336.87 पर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक 600 अंक से ज्यादा टूट गया।
क्यों बिगड़ा बाजार का मूड?
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने 0.25% की दर से ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया, जो लगातार तीसरी बार हुआ है। हालांकि, 2025 में 4 की बजाय केवल 2 रेट कट होने के संकेतों ने बाजार को झटका दिया। फेड की इस कॉमेंट्री से महंगाई पर सख्ती का डर बना हुआ है, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
ग्लोबल मार्केट का असर भारत पर भी संभव
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस गिरावट का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख सकता है। खासतौर पर आईटी शेयरों पर भारी दबाव आने की आशंका है, क्योंकि अमेरिकी आईटी इंडेक्स नैस्डैक में बड़ी गिरावट हुई है।
गिफ्ट निफ्टी के संकेत
गिफ्ट निफ्टी 300 अंकों की गिरावट के बाद फिलहाल ग्रीन जोन में है। एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि भारतीय बाजार में शुरुआती स्थिरता देखी जा सकती है, लेकिन दिन के कारोबार के दौरान दबाव बने रहने की संभावना है।
आईटी कंपनियों पर संकट
आईटी शेयर पहले से ही दबाव में थे, और अमेरिकी फेड की रेट कटौती के बाद यह दबाव और बढ़ सकता है। भारतीय आईटी कंपनियां अमेरिकी बाजार पर निर्भर हैं, जिससे नैस्डैक की गिरावट का सीधा असर इन पर पड़ सकता है।
क्या होगा आगे?
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी फेड की नीति और ग्लोबल संकेतकों के चलते आने वाले दिनों में बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है।