Edited By Rohini Oberoi,Updated: 07 Mar, 2025 01:09 PM

भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सीट क्षमता के मामले में इंडिगो दुनिया की दूसरी सबसे तेजी से बढ़ने वाली एयरलाइन बन गई है। 2024 में इसकी सीट क्षमता 10.1% बढ़कर 134.9 मिलियन से अधिक हो गई है।
नेशनल डेस्क। भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सीट क्षमता के मामले में इंडिगो दुनिया की दूसरी सबसे तेजी से बढ़ने वाली एयरलाइन बन गई है। 2024 में इसकी सीट क्षमता 10.1% बढ़कर 134.9 मिलियन से अधिक हो गई है।
OAG की रिपोर्ट में इंडिगो को मिला दूसरा स्थान
एविएशन डेटा कंपनी ऑफिशियल एयरलाइन गाइड (OAG) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार कतर एयरवेज इस लिस्ट में पहले स्थान पर है। कतर एयरवेज की सीट क्षमता 10.4% बढ़ी है जबकि इंडिगो की 10.1% बढ़ी है जिससे इंडिगो को दूसरा स्थान मिला है।

फ्लाइट फ्रीक्वेंसी में भी इंडिगो सबसे आगे
OAG के आंकड़ों के अनुसार फ्लाइट फ्रीक्वेंसी (उड़ानों की संख्या) के मामले में इंडिगो दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली एयरलाइन बन गई है।
➤ इंडिगो ने 2024 में कुल 749,156 उड़ानों का संचालन किया।
➤ साल-दर-साल इसकी उड़ान आवृत्ति (Flight Frequency) में 9.7% की वृद्धि हुई है।
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900 से अधिक नए विमान ऑर्डर पर
इंडिगो के पास दुनिया के सबसे बड़े एयरक्राफ्ट ऑर्डर्स में से एक है।
➤ एयरलाइन ने 900 से ज्यादा नए विमान ऑर्डर किए हैं।
➤ 2024 में इंडिगो को 58 नए एयरबस विमान मिलने वाले हैं जिससे इसकी क्षमता और बढ़ेगी।
➤ हालांकि तकनीकी कारणों (MRO सप्लाई चेन समस्याओं) से लगभग 80 विमान फिलहाल संचालन में नहीं हैं।

डोमेस्टिक और इंटरनेशनल विस्तार पर फोकस
➤ 88% उड़ानें घरेलू बाजार के लिए हैं यानी ज्यादातर फ्लाइट भारत के अंदर संचालित हो रही हैं।
➤ इंटरनेशनल विस्तार की योजना भी तैयार है।
➤ 2024 में इंडिगो खासतौर पर मध्य पूर्व और थाईलैंड में अपनी सेवाओं का विस्तार करेगी।

इंडिगो की लंबी दूरी की उड़ानें भी होंगी लॉन्च
इंडिगो की लॉन्ग-हॉल (लंबी दूरी की) उड़ानें शुरू करने की भी योजना है।
➤ एयरलाइन 2025 में वेट लीज़ (किराए पर लिए गए) विमानों के साथ लंबी दूरी की उड़ानों की शुरुआत कर सकती है।
वहीं कहा जा सकता है कि इंडिगो की यह तेजी से बढ़ती ग्रोथ दिखाती है कि भारतीय एविएशन सेक्टर ग्लोबल लेवल पर अपनी मजबूत पकड़ बना रहा है। नए विमानों की डिलीवरी, अंतरराष्ट्रीय विस्तार और उड़ानों की संख्या बढ़ाकर इंडिगो आने वाले समय में और ऊंचाइयों तक पहुंच सकती है।