Edited By Parveen Kumar,Updated: 28 Mar, 2025 09:37 PM

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आदिवासी समुदायों के प्रति अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अपार सम्मान को याद किया। वाद्रा वायनाड जिले के सुल्तान बाथरी में आदिवासी समुदायों के लिए एक सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन करने के बाद...
नेशनल डेस्क : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आदिवासी समुदायों के प्रति अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अपार सम्मान को याद किया। वाद्रा वायनाड जिले के सुल्तान बाथरी में आदिवासी समुदायों के लिए एक सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन करने के बाद बोल रही थीं, जहां आदिवासी आबादी काफी है। वायनाड लोकसभा क्षेत्र से सांसद वाद्रा ने कहा, “वह (इंदिरा गांधी) कहा करती थीं कि उनके मन में आदिवासी समुदायों के लिए बहुत अधिक और गहरा सम्मान है। वह हमें यानी राहुल और मुझे, आपके (आदिवासी) तौर-तरीकों के बारे में बताती थीं कि आप प्रकृति के साथ किस तरह सामंजस्य बिठाकर रहते हैं।”
उन्होंने यह भी याद किया कि उनकी दादी आदिवासी समुदायों से उपहार के रूप में प्राप्त सभी हस्तनिर्मित शिल्पों की बड़े प्यार से देखभाल करती थीं और ये संग्रहालय बन चुके उनके आवास में आज भी देखे जा सकते हैं। वाद्रा ने कहा, "उन्होंने हमें समझाया और सिखाया कि आपकी परंपराएं मानव जाति की मूल परंपराएं हैं। उन्होंने कहा कि बाकी दुनिया को आपसे सीखना चाहिए।" वाद्रा ने कहा कि आदिवासी आबादी को प्रभावित करने वाली विभिन्न समस्याओं में से एक जंगली जानवरों का हमला है और वह इससे बचाव के लिए ‘क्रैश-गार्ड' बाड़ लगाने की उनकी मांग से अवगत हैं।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि धनराशि को मंजूरी मिलने के बावजूद बाड़ अभी तक नहीं बनाई गई है और अब एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि लटकती बाड़ एक बेहतर विकल्प है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझती हूं कि आप लटकती बाड़ से खुश नहीं हैं। मैं समझती हूं कि आप अधिक स्थायी संरचना क्यों चाहते हैं। बेशक, इन स्थायी संरचनाओं पर बहुत अधिक पैसा खर्च होता है, यही वजह है कि ज्यादातर समय सरकार उन्हें मंजूरी देने की इच्छुक नहीं होती।"
उन्होंने कहा कि चूंकि कुछ धनराशि पहले ही स्वीकृत हो चुकी है, इसलिए वह राज्य सरकार को आदिवासी समुदायों की ‘क्रैश-गार्ड' बाड़ की मूल मांग का सम्मान करने और इसे बनाने के लिए पत्र लिखेंगी। वाद्रा 27-29 मार्च तक अपने निर्वाचन क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, जहां वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी। कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि वाद्रा शुक्रवार को अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बीच थ्रेसिया ओजे के घर गईं, जिनसे उनकी आखिरी मुलाकात लोकसभा उपचुनाव अभियान के दौरान हुई थी। पिछली बार वह उस महिला से तब मिली थीं, जब उनके पूर्व सैनिक बेटे ने उनसे कहा था कि उनकी मां हर रोज वाद्रा के लिए प्रार्थना करती हैं और उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहती हैं।