Edited By Anu Malhotra,Updated: 21 Mar, 2025 04:10 PM

इंडसइंड बैंक (NSE: INBK) ने अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में पाई गई वित्तीय विसंगतियों की गहराई से जांच के लिए एक स्वतंत्र पेशेवर फर्म को नियुक्त किया है। बैंक ने हाल ही में खुलासा किया था कि इन विसंगतियों का असर दिसंबर 2024 तक उसकी नेटवर्थ पर लगभग...
नेशनल डेस्क: इंडसइंड बैंक (NSE: INBK) ने अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में पाई गई वित्तीय विसंगतियों की गहराई से जांच के लिए एक स्वतंत्र पेशेवर फर्म को नियुक्त किया है। बैंक ने हाल ही में खुलासा किया था कि इन विसंगतियों का असर दिसंबर 2024 तक उसकी नेटवर्थ पर लगभग 2.35 प्रतिशत पड़ सकता है। इस खबर के बाद निवेशकों और ग्राहकों के बीच चिंता बढ़ गई थी।
ताजा स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बैंक ने बताया कि यह स्वतंत्र फर्म विसंगतियों की जड़ तक पहुंचने के लिए व्यापक जांच करेगी। यह फर्म डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स के लेखांकन से जुड़े निर्णयों की समीक्षा करेगी और यह मूल्यांकन करेगी कि क्या बैंक ने इनका उचित तरीके से पालन किया है।
बैंक ने 10 मार्च 2025 को एक बाहरी एजेंसी द्वारा किए जा रहे ऑडिट की जानकारी दी थी, जिसमें डेरिवेटिव पोर्टफोलियो से जुड़े अकाउंट बैलेंस में पाई गई विसंगतियों की समीक्षा की जा रही थी। बैंक ने कहा कि समीक्षा पूरी होने के बाद वह वित्तीय रिपोर्ट में उसके प्रभाव को उचित रूप से दर्शाएगा।
इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने निवेशकों और जमाकर्ताओं को आश्वस्त किया है कि इंडसइंड बैंक की वित्तीय स्थिति स्थिर बनी हुई है और इसको लेकर चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है। RBI ने कहा कि बैंक अच्छी तरह से पूंजीकृत है और उसकी वित्तीय सेहत पर नजर रखी जा रही है।
RBI के अनुसार, 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के लिए इंडसइंड बैंक ने 16.46 प्रतिशत का कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो (CAR) और 70.20 प्रतिशत का प्रोविजन कवरेज रेशियो (PAR) दर्ज किया है। साथ ही, 9 मार्च 2025 तक बैंक का लिक्विडिटी कवरेज रेशियो (LCR) 113 प्रतिशत था, जो 100 प्रतिशत की नियामक आवश्यकता से कहीं अधिक है।
रिजर्व बैंक ने यह भी कहा कि वित्तीय अनिश्चितताओं के दौरान जमाकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का उसका मजबूत रिकॉर्ड रहा है और इस मामले में भी वह स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है।
Indusind Bank की वित्तीय स्थिति को लेकर अटकलें तेज होने के बाद, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने स्पष्ट किया कि बैंक पूरी तरह से स्थिर और मजबूत स्थिति में है। केंद्रीय बैंक के अनुसार:
-बैंक का कैपिटल एडवकेसी रेशो (CAR) 16.46% है, जो आवश्यक मानकों से काफी अधिक है।
-प्रोविजन कवरेज रेशो (PCR) 70.20% दर्ज किया गया है, जो जोखिम प्रबंधन के लिहाज से संतोषजनक माना जाता है।
-9 मार्च 2025 तक बैंक का लिक्विडिटी कवरेज रेशो (LCR) 113% था, जो 100% की नियामक जरूरत से अधिक है।
ग्राहकों को घबराने की जरूरत नहीं
Indusind Bank ने साफ किया है कि उसकी वित्तीय स्थिरता पर कोई खतरा नहीं है और जमाकर्ताओं को घबराने की जरूरत नहीं है। बैंक ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी होने के बाद वह अपनी वित्तीय स्थिति से जुड़ी सभी जानकारियां सार्वजनिक करेगा। वहीं, आरबीआई भी इस पूरी प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी बनाए हुए है।