Edited By Radhika,Updated: 03 Jul, 2024 02:30 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर बंगाल में एक महिला की सार्वजनिक पिटाई की घटना पर चुप्पी साधे रखने के लिए बुधवार को राज्यसभा में विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि ‘चयनित' राजनीति चिंता का विषय है।
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर बंगाल में एक महिला की सार्वजनिक पिटाई की घटना पर चुप्पी साधे रखने के लिए बुधवार को राज्यसभा में विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए कहा कि ‘चयनित' राजनीति चिंता का विषय है। संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए गए अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर उच्च सदन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि हाल में सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में देखा गया है कि एक महिला को सार्वजनिक रूप से पीटा जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन कोई उसकी मदद के लिए सामने नहीं आया, लोग वीडियो बनाने में लगे रहे और जो घटना संदेशखालि में हुई... जिसकी तस्वीरें रौंगटे खड़े करने वाली थीं।'' मोदी ने कहा, ‘‘लेकिन इनके बड़े-बड़े दिग्गजों के शब्दों में पीड़ा की झलक तक नहीं है। इससे बड़ी शर्मिंदगी और दुखद चित्र क्या हो सकता है? और जो अपने आप को बहुत बड़े प्रगतिशील नेता मानते हैं वह भी मुंह पर ताले लगाकर बैठ गए हैं।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीतिक गठबंधन होने के कारण महिलाओं की पीड़ा पर चुप रह जाना कतई उचित नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि जिस प्रकार से दिग्गज लोग भी ऐसी बातों को नजरअंदाज करते हैं तब देश को तो पीड़ा होती है, माताओं और बहनों को ज्यादा पीड़ा होती है। राजनीति इतनी सलेक्टिव हो... और जहां उनके अनुकूल राजनीति नहीं होती तो उनको सांप सूंघ जाता है। यह बहुत चिंता का विषय है।''