Edited By Mahima,Updated: 12 Feb, 2025 11:41 AM
Meta ने इंस्टाग्राम पर बच्चों के लिए एक नया फीचर लॉन्च किया है, जो उनकी सुरक्षा और प्राइवेसी को बढ़ाता है। इस फीचर में पेरेंटल अप्रूवल, सेंसेटिव कंटेंट कंट्रोल, एंटी-बुलिंग, और टाइम लिमिट जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इससे माता-पिता को अपने बच्चों के...
नेशनल डेस्क: Meta ने इंस्टाग्राम पर बच्चों और टीनएजर्स के लिए एक नया फीचर लॉन्च किया है, जो उनके अकाउंट की सुरक्षा और प्राइवेसी को बढ़ाता है। इस फीचर का उद्देश्य बच्चों के लिए सोशल मीडिया का अनुभव अधिक सुरक्षित और नियंत्रित बनाना है। यह विशेष रूप से 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बनाया गया है, लेकिन 18 साल तक के टीनएजर्स को भी इसके कई फायदे मिलेंगे। इंस्टाग्राम पर बच्चों और पेरेंट्स के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे अधिक सुरक्षित तरीके से सोशल मीडिया का उपयोग कर सकेंगे।
क्यों जरूरी है यह नया फीचर?
आजकल बच्चों और टीनएजर्स के लिए सोशल मीडिया एक जरूरी हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसके साथ ही उन्हें कई तरह की सुरक्षा और प्राइवेसी संबंधी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। बच्चों को ऑनलाइन गुमराह करने वाले, ट्रोलिंग, और अनुचित कंटेंट का सामना हो सकता है। ऐसे में Meta ने इंस्टाग्राम पर एक नया फीचर पेश किया है, जो इन समस्याओं को कम करने और बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
नए फीचर्स और टूल्स
इस नए फीचर में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जो इंस्टाग्राम का उपयोग करने वाले बच्चों और टीनएजर्स के लिए अधिक सुरक्षित बनाएंगे:
1. पेरेंटल अप्रूवल:
इसमें बच्चों के अकाउंट में किसी भी प्रकार की सेटिंग बदलने के लिए पेरेंट्स की मंजूरी जरूरी होगी। यानी बच्चे बिना माता-पिता की अनुमति के अपनी सुरक्षा सेटिंग्स में बदलाव नहीं कर सकेंगे। यह फीचर बच्चों को बिना पेरेंट्स की जानकारी के किसी भी संवेदनशील सेटिंग्स में बदलाव करने से रोकता है।
2. प्राइवेसी सेटिंग्स:
बच्चों के अकाउंट को बाई डिफॉल्ट प्राइवेट रखा जाएगा, यानी केवल वही लोग जिन्हें बच्चे खुद से फॉलो करेंगे, वे उनका कंटेंट देख पाएंगे और उनसे संपर्क कर सकेंगे। इससे बच्चे अनजान लोगों से संपर्क से बच सकेंगे।
3. सेंसेटिव कंटेंट कंट्रोल:
यह फीचर बच्चों को किसी भी अनुचित या असंवेदनशील कंटेंट से बचाने के लिए काम करेगा। इंस्टाग्राम अब बच्चों के अकाउंट में सेंसेटिव कंटेंट को फिल्टर कर सकेगा, ताकि वे केवल सुरक्षित और उपयुक्त सामग्री ही देख सकें।
4. एंटी-बुलिंग फीचर:
इसमें एक एंटी-बुलिंग फीचर भी होगा, जो बच्चों को अपमानजनक और आपत्तिजनक शब्दों और कमेंट्स से बचाएगा। यह फीचर कमेंट्स और मैसेज में नफरत फैलाने वाले या अपमानजनक शब्दों को फिल्टर कर देगा, ताकि बच्चों को मानसिक रूप से नुकसान न हो।
5. डेली टाइम लिमिट:
बच्चों के लिए इंस्टाग्राम का इस्तेमाल सीमित करने के उद्देश्य से, एक डेली टाइम लिमिट फीचर होगा। यह फीचर यह सुनिश्चित करेगा कि बच्चे रोजाना ज्यादा समय तक इंस्टाग्राम का इस्तेमाल न करें। 60 मिनट के बाद बच्चों को एक नोटिफिकेशन मिलेगा और उन्हें आगे इंस्टाग्राम का उपयोग करने की अनुमति नहीं मिलेगी, जिससे वे ज्यादा समय तक स्क्रीन पर न रहें।
पेरेंटल कंट्रोल्स में सुधार
नए फीचर में पेरेंट्स को अपने बच्चों के इंस्टाग्राम यूसेज पर अधिक नियंत्रण मिलेगा। उदाहरण के लिए, पेरेंट्स को यह सुविधा मिलेगी कि वे अपने बच्चों के पिछले 7 दिनों के मैसेज की सूची देख सकेंगे, हालांकि वे मैसेज का कंटेंट नहीं पढ़ सकेंगे। इस तरह पेरेंट्स को यह जानकारी मिलेगी कि उनके बच्चे किससे बात कर रहे हैं, लेकिन यह भी सुनिश्चित किया गया है कि बच्चे की प्राइवेसी का उल्लंघन न हो। इसके अलावा, पेरेंट्स के पास यह ऑप्शन होगा कि वे अपने बच्चों के लिए एक डेली टाइम लिमिट सेट कर सकें। जैसे ही यह टाइम लिमिट खत्म होगा, बच्चे इंस्टाग्राम का उपयोग नहीं कर पाएंगे, जिससे पेरेंट्स अपने बच्चों के ऑनलाइन समय को सीमित कर सकेंगे। इंस्टाग्राम का यह नया फीचर बच्चों और टीनएजर्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी और माता-पिता को अपने बच्चों के सोशल मीडिया उपयोग पर बेहतर नियंत्रण मिलेगा। यह फीचर न केवल बच्चों को अनुचित कंटेंट से बचाएगा, बल्कि पेरेंट्स को उनकी ऑनलाइन गतिविधियों पर भी निगरानी रखने का अवसर देगा। इसके जरिए माता-पिता और बच्चों दोनों को सोशल मीडिया का सुरक्षित अनुभव मिलेगा।