Edited By rajesh kumar,Updated: 03 Nov, 2024 01:13 PM
हिजाब को इस्लाम में महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण ड्रेस कोड माना जाता है, लेकिन कई देशों में इसका विरोध बढ़ रहा है। ईरान भी ऐसे देशों में शामिल है, जहां महिलाएं लंबे समय से हिजाब पहनने का विरोध कर रही हैं। हाल ही में एक ईरानी विश्वविद्यालय का वीडियो...
नेशनल डेस्क: हिजाब को इस्लाम में महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण ड्रेस कोड माना जाता है, लेकिन कई देशों में इसका विरोध बढ़ रहा है। ईरान भी ऐसे देशों में शामिल है, जहां महिलाएं लंबे समय से हिजाब पहनने का विरोध कर रही हैं। हाल ही में एक ईरानी विश्वविद्यालय का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें एक छात्रा ने हिजाब का विरोध करते हुए अपने कपड़े उतार दिए। इस घटना ने इस्लामिक देशों और दुनिया भर में हलचल मचा दी है।
यह वीडियो शनिवार का है, जिसमें छात्रा अर्धनग्न अवस्था में विश्वविद्यालय की दीवार पर बैठी हुई दिखाई दे रही है। स्थानीय पुलिस ने इस प्रदर्शन के दौरान छात्रा को हिरासत में ले लिया। हालांकि, इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया है।
छात्रा गंभीर मानसिक दबाव से गुजर रही- यूनिवर्सिटी
ईरान की इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता अमीर महजोब ने कहा कि पुलिस ने छात्रा से पूछताछ की, जिसमें यह जानकारी मिली कि वह गंभीर मानसिक दबाव से गुजर रही है और मनोविकास से जूझ रही है।
हालांकि, सोशल मीडिया पर कई लोग इस घटना को हिजाब के खिलाफ एक जानबूझकर किया गया प्रदर्शन मान रहे हैं। ईरान में महिलाओं के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य है, और यह छात्रा उसी कानून के विरोध में अपनी प्रतिक्रिया दे रही थी। ईरानी मीडिया के अनुसार, छात्रा को इस कार्य के लिए सजा दी गई है और उसे मानसिक अस्पताल में भेजा गया है।
दो सालों से जारी है हिजाब का विरोध
गौरतलब है कि ईरान में हिजाब का विरोध पिछले दो सालों से जारी है। सितंबर 2022 में कई महिलाओं ने हिजाब का बहिष्कार किया था, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस ने कई महिलाओं को हिरासत में लिया। इस दौरान एक महिला की मौत हो गई, जिससे विरोध प्रदर्शन और बढ़ गए। ईरानी पुलिस ने इन प्रदर्शनों को दबाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं, जिसमें कई लोगों की मौत की खबर भी आई है।