Edited By vasudha,Updated: 08 Aug, 2021 01:54 PM
15 अगस्त से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भारत को गौरवान्वित करने जा रहा है। इसरो अगले सप्ताह यानी कि 12 अगस्त को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए धरती पर निगरानी रखने वाले उपग्रह ईओएस-03 का...
नेशनल डेस्क: 15 अगस्त से पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भारत को गौरवान्वित करने जा रहा है। इसरो अगले सप्ताह यानी कि 12 अगस्त को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए धरती पर निगरानी रखने वाले उपग्रह ईओएस-03 का प्रक्षेपण करेगा।
इसरो ने कहा कि प्रक्षेपण 12 अगस्त को सुबह पांच बजकर 43 मिनट पर किया जाएगा। हालांकि यह मौसम संबंधी स्थिति पर निर्भर करेगा। ईओएस-03 अति उन्नत उपग्रह है जिसे जीएसएलवी एफ 10 यान की मदद धरती की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। इस सैटेलाइट से आनेवाले समय में बारिश, विकास, किसानी से जुड़ी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी।
चंद्रयान 2 मिशन के बाद GSLV Mk III – (लॉन्च वेहिकल) के जरिए लॉन्च होने वाली ये दूसरी संचालित उड़ान होगी। ये एक अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट है जो सिर्फ और सिर्फ भारत की जमीन और उसके सीमाओं पर अंतरिक्ष से नजर रखेगा। रॉकेट EOS-3/GISAT-1 सैटेलाइट को जियोस्टेशनरी ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। जहां पर ये 36 हजार किलोमीटर की ऊंचाई पर धरती का चक्कर लगाता रहेगा। कोरोना की दूसरी लहर के चलते इस मिशन को रोक दिया गया था। अब एजेंसी इसे फिर से लांच करेगी।