Edited By Radhika,Updated: 06 Jan, 2025 12:49 PM
2025 में बाबा विश्वकनाथ मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक अच्छी खबर है। मंदिर तक पहुंचने के लिए नया रोपवे बन रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को जाम में फंसने की चिंता नहीं होगी और समय की बचत होगी। इसका मतलब यह है कि अब कम समय में दर्शन कर वापस आ...
नेशनल डेस्क: 2025 में बाबा विश्वकनाथ मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक अच्छी खबर है। मंदिर तक पहुंचने के लिए नया रोपवे बन रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को जाम में फंसने की चिंता नहीं होगी और समय की बचत होगी। इसका मतलब यह है कि अब कम समय में दर्शन कर वापस आ सकेंगे।
कैंट रेलवे स्टेशन से मंदिर के पास तक बनने वाले इस रोपवे के पहले चरण का काम अब पूरा होने जा रहा है। रोपवे का निर्माण एनएचएआई की एक कंपनी, एनएचएलएमएल कर रही है। कंपनी के सीईओ प्रकाश गौड़ ने बताया कि इस दो किमी लंबे रूट का निर्माण पूरा हो चुका है।
केबल लगाने का काम पूरा करके केबल कार लगाई जा रही हैं। जल्द ही रोपवे और केबल कार शुरु की जाएगी। इस रास्ते में तीन स्टेशन आएंगे। इस तरह नए साल में काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिलने जा रही है। इसमें तीन स्टेशन पड़ेंगे। पहला स्टेशन कैंट रेलवे स्टेशन से शुरू होगा, दूसरा विद्यापीठ और तीसरा रथयात्रा स्टेशन होगा।
नए साल में प्रयागराज के संगम में रोपवे निर्माण का काम शुरू होने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को कंपनी को अवार्ड कर दिया गया है और 2026 तक काम पूरा किया जाएगा। यह रोपवे शंकर विमान मंडपम से त्रिवेणी पुष्प तक चलेगा, जिसमें सिर्फ दो स्टेशन होंगे – शंकर विमान मंडपम और त्रिवेणी पुष्प। इस 2.2 किमी लंबे रोपवे में बीच में कोई स्टेशन नहीं होगा, लेकिन बीच में तीन टावर बनाए जाएंगे। आजकल संगम तक पहुंचने में करीब 30 मिनट लगते हैं, लेकिन रोपवे से यह यात्रा सिर्फ 7 मिनट में पूरी हो जाएगी। हर साल करीब 5 करोड़ श्रद्धालु संगम आते हैं, और इस नए रोपवे से उन्हें यात्रा में बड़ी राहत मिलेगी।