Edited By Anu Malhotra,Updated: 11 Nov, 2024 12:56 PM
भारतीय टेलीफोन इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ITI), जो इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बनाने में भारत सरकार की प्रमुख कंपनी है, ने बीते दिनों में अपने शेयर में 50% तक की शानदार वृद्धि दर्ज की है। ITI का शेयर, जो नवंबर महीने की शुरुआत में 221 रुपये पर था, अब 334 रुपये के...
नेशनल डेस्क: भारतीय टेलीफोन इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ITI), जो इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बनाने में भारत सरकार की प्रमुख कंपनी है, ने बीते दिनों में अपने शेयर में 50% तक की शानदार वृद्धि दर्ज की है। ITI का शेयर, जो नवंबर महीने की शुरुआत में 221 रुपये पर था, अब 334 रुपये के स्तर को पार कर चुका है, जो बीते 10 महीनों में इसका सबसे ऊंचा स्तर है। इस तेजी का मुख्य कारण कंपनी का Bharatnet Phase-3 परियोजना में बड़े ऑर्डर हासिल करना रहा है।
भारतनेट फेज-3 प्रोजेक्ट में बड़ी उपलब्धि
आईटीआई लिमिटेड ने हाल ही में भारतनेट चरण-3 परियोजना के लिए तीन महत्वपूर्ण पैकेजों के ऑर्डर प्राप्त किए हैं, जिनका कुल मूल्य 4,559 करोड़ रुपये है। इनमें से अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मणिपुर के लिए 1,537 करोड़ रुपये का ऑर्डर शामिल है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश के लिए 3,022 करोड़ रुपये का एक और ऑर्डर भी कंपनी को मिला है। इन ऑर्डर्स के साथ ITI ने 'L1' यानी सबसे कम बोलीदाता का स्थान हासिल किया है, जो इसके लिए भविष्य में संभावनाओं को और बढ़ाता है।
ब्रोकरेज हाउस की सकारात्मक रिपोर्ट
आईटीआई के शेयर पर बाजार के विशेषज्ञ और ब्रोकरेज हाउस का भी सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2025 की दूसरी छमाही में कंपनी की मजबूत ऑर्डरबुक और बेहतर वित्तीय प्रदर्शन की संभावना है। इसके अलावा, रेटिंग एजेंसी एक्यूट ने आईटीआई की बैंक लोन सुविधाओं की रेटिंग को 'स्थिर' आउटलुक के साथ अपग्रेड किया है, जो निवेशकों के बीच कंपनी के प्रति विश्वास को बढ़ा रहा है।
कंपनी का इतिहास और प्रमुख ग्राहक
आईटीआई लिमिटेड की स्थापना 1948 में हुई थी और वर्तमान में इसमें भारत सरकार की हिस्सेदारी 90.28% है। कंपनी का उत्पाद पोर्टफोलियो दूरसंचार उपकरण, रक्षा प्रोडक्ट, और कई अन्य सरकारी आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। यह कंपनी बीएसएनएल, एमटीएनएल, रक्षा मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय जैसे ग्राहकों के लिए प्रमुख सप्लायर रही है और मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, और स्मार्ट सिटी जैसे सरकारी अभियानों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
भविष्य की संभावनाएं
ब्रोकरेज और मार्केट विशेषज्ञों का मानना है कि ITI की वित्तीय स्थिति में सुधार की संभावना है और नई ऑर्डर बुक कंपनी के प्रदर्शन को मजबूत करने में सहायक होगी। कंपनी की ऑर्डर बुक 30 जून 2024 तक 11,227.32 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है, जिससे आने वाले समय में इसके राजस्व में और बढ़ोतरी होने की संभावना है।
नतीजा
बीते 5 दिनों में आईटीआई के शेयर में आई तेजी ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है, और आगे भी मजबूत ऑर्डरबुक और सरकार की विभिन्न योजनाओं में कंपनी की सक्रिय भूमिका के चलते इसमें और वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।