Edited By rajesh kumar,Updated: 15 Sep, 2024 08:27 PM
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि भारत अब ‘‘सुषुप्त अवस्था'' में नहीं रहा बल्कि देश अब तरक्की की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
नेशनल डेस्क: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि भारत अब ‘‘सुषुप्त अवस्था'' में नहीं रहा बल्कि देश अब तरक्की की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। धनखड़ ने यहां रामदेवबाबा विश्वविद्यालय में एक डिजिटल टॉवर का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा सेवा है, व्यापार नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा लोकतंत्र को परिभाषित करती है और आपको जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है वह विकास को परिभाषित करती है और यह 2047 तक पूर्ण विकसित राष्ट्र बनने संबंधी हमारे लक्ष्य को तेजी से आगे बढ़ाएगी।
अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता सुशासन का एक साधन है। धनखड़ ने कहा कि देश अब तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसकी तरक्की को रोका नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक उन्नति तेजी से हुई है और वैश्विक संस्थाओं के अनुसार, देश निवेश और अवसरों के लिए एक पसंदीदा स्थान है। उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार हमारे समाज को खा रहा था। भ्रष्टाचार के बिना कोई नौकरी नहीं मिलती थी, कोई ठेका नहीं मिलता था और कोई अवसर नहीं मिलता था। सत्ता के गलियारे भ्रष्टाचार से ग्रस्त थे और यह युवा लड़कों और लड़कियों के लिए बहुत निराशाजनक था।''
धनखड़ ने कहा कि सत्ता के गलियारों से बिचौलियों को हमेशा के लिए हटा दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अब सत्ता के गलियारों को इन भ्रष्ट तत्वों से मुक्त कर दिया गया है।'' उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा सेवा है, व्यापार नहीं। उन्होंने विश्वविद्यालय में छात्रों से कहा कि एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र मौजूद है जहां युवा अपनी क्षमता और प्रतिभा का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अपार अवसर हैं। उन्होंने समुद्र विज्ञान और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में अवसरों को तलाशने पर जोर दिया। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, श्री रामदेवबाबा सार्वजनिक समिति के संस्थापक एवं मानद अध्यक्ष बनवारीलाल पुरोहित और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी कार्यक्रम में मौजूद थे।