Edited By Tanuja,Updated: 04 Jul, 2024 10:51 AM
विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में बृहस्पतिवार को बातचीत की। भारत और...
इंटरनेशनल डेस्कः विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में बृहस्पतिवार को बातचीत की। भारत और चीन के मध्य पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच, दोनों देशों के विदेश मंत्री शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर मिले और विचारों का आदान प्रदान किया। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच मुख्य बातचीत सीमा विवाद पर केन्द्रित थी। इस दौरान सीमा संबंधी शेष मुद्दों के हल के लिए कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से प्रयासों को दोगुना करने पर सहमति बनी।
भारत का मानना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता दोनों देशों के बीच सामान्य संबंधों के लिए अहम है। बता दें कि पीएम मोदी अगले हफ्ते रूस के दौरे पर जाने वाले हैं। मोदी की रूस यात्रा को लेकर कोई आधिकारिक एलान नहीं किया गया है, लेकिन विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि पीएम आठ-नौ जुलाई को रूस और ऑस्ट्रिया जाने की तैयारी में हैं।इससे पहले, जयशंकर ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ मुलाकात की थी।
जयशंकर ने इस मुलाकात में रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे भारतीयों की वतन वापसी का मुद्दा उठाया था। साथ ही पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अगले हफ्ते मास्को में होने वाली भारत-रूस शिखर बैठक के एजेंडे पर भी बात हुई।जयशंकर ने एक्स पर लिखा, 'अस्ताना में विदेश मंत्री लावरोव से मुलाकात हुई। हमारे बीच द्विपक्षीय संबंधों से लेकर समसामयिक वैश्विक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। युद्ध में फंसे भारतीयों की सुरक्षा का मुद्दा मैंने जोरदार तरीके से उठाया है। मैंने उन भारतीयों की सुरक्षित वापसी पर जोर दिया है। दूसरे अन्य मुद्दों पर भी हमारे बीच विचारों का आदान-प्रदान हुआ।'