Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 25 Jun, 2024 04:42 PM
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विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्ष अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ दोनों देशों के बीच बहुआयामी व्यापक...
दुबई: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्ष अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ दोनों देशों के बीच बहुआयामी व्यापक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की और सहयोग बढ़ाने के लिए ऐसे नए क्षेत्रों पर चर्चा की जिनमें अभी संभावनाओं को तलाशा नहीं गया है। रविवार को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर आए जयशंकर ने क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी अल-नाहयान के साथ चर्चा की। उन्होंने अबू धाबी में प्रतिष्ठित बीएपीएस हिंदू मंदिर में दर्शन किए और अल नाहयान से मुलाकात से पहले 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लिया। नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि दोनों विदेश मंत्रियों ने ‘‘बहुआयामी भारत-संयुक्त अरब अमीरात व्यापक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की।''
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उसने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने ‘‘ वाणिज्यिक व आर्थिक सहयोग, फिनटेक, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच परस्पर संपर्क समेत द्विपक्षीय सहयोग के विविध क्षेत्रों में हुई ठोस प्रगति पर खुशी'' जतायी। मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने ‘‘और सहयोग बढ़ाने के लिए ऐसे नए क्षेत्रों पर चर्चा की जिनमें अभी तक संभावनाएं तलाशी नहीं गयी हैं'' और उन्होंने क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर भी विचार साझा किए। जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्ष से मुलाकात करने के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री अब्दुल बिन जायद से मुलाकात करके बहुत खुशी हुई।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारी निरंतर बढ़ती व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर सकारात्मक और गहन बातचीत हुई। क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर उनके साथ (अल नाहयान के साथ) हुई चर्चा और उनके विचारों की सराहना करता हूं।''
जयशंकर ने अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर में दर्शन किए जिसका उद्घाटन इस साल 14 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। उन्होंने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में इस मंदिर को ‘‘भारत-संयुक्त अरब अमीरात की मित्रता का प्रत्यक्ष प्रतीक'' बताया। इस मंदिर में चार महीने से भी कम वक्त में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं। जयशंकर ने मंदिर में बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम संस्थान (बीएपीएस) के पदाधिकारियों से मुलाकात की। बीएपीएस ने यूएई द्वारा दान की गई भूमि पर मंदिर बनवाया है। इसके बाद उन्होंने अबू धाबी संग्रहालय परिसर, लूव्र में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लिया। यह कार्यक्रम करीब 30 मिनट तक चला जिसमें कई देशों के लोगों ने भाग लिया। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जयशंकर के पुन: विदेश मंत्री पद पर नियुक्त होने के दो सप्ताह के भीतर संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा ‘‘यह दिखाती है कि भारत इस अरब देश के साथ संबंधों को कितना महत्व देता है।''
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इसमें कहा गया है कि यह यात्रा ‘‘दोनों देशों के बीच जारी उच्च स्तरीय संपर्क को दर्शाती है।'' इसमें कहा गया, ‘‘पिछले साल, हमने अपने द्विपक्षीय संबधों में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां देखीं जैसे कि एक स्थानीय मुद्रा व्यापार समझौते का क्रियान्वयन, भारत के रुपे कार्ड के आधार पर संयुक्त अरब अमीरात का घरेलू क्रेडिट/डेबिट कार्ड शुरू होना, अबू धाबी में आईआईटी दिल्ली के एक परिसर की स्थापना, फिनटेक सहयोग और आईएमईईसी पर काम शुरू होना।'' जयशंकर की अबू धाबी की एक दिवसीय यात्रा के मद्देनजर नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उनकी यात्रा क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम के साथ ही भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी के समग्र परिदृश्य की समीक्षा करने का अवसर उपलब्ध कराएगी।