Edited By Yaspal,Updated: 17 Nov, 2024 07:35 PM
नेपाल के जनकपुर धाम के जानकी मंदिर से शनिवार को 400 से अधिक हिंदू श्रद्धालु तिलकोत्सव अनुष्ठान के वास्ते उपहार लेकर भारत के अयोध्या तक की धार्मिक पदयात्रा पर निकल पड़े
अयोध्याः नेपाल के जनकपुर धाम के जानकी मंदिर से शनिवार को 400 से अधिक हिंदू श्रद्धालु तिलकोत्सव अनुष्ठान के वास्ते उपहार लेकर भारत के अयोध्या तक की धार्मिक पदयात्रा पर निकल पड़े। जनकपुर अयोध्या के मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पत्नी सीता का जन्मस्थान है। सीता का दूसरा नाम जानकी है, जो जनकपुर के राजा जनक की पुत्री थीं। यह स्थान काठमांडू से लगभग 220 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में और अयोध्या से लगभग 500 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। जनकपुरधाम उप-महानगर की उप महापौर किशोरी शाह ने कहा, "इस वर्ष की शोभायात्रा में जानकी मंदिर के मुख्य पुजारी राम रोशन दास सहित 400 से अधिक लोग शामिल हुए हैं।" शाह के अनुसार, श्रद्धालुओं के सोमवार को अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है।
नेपाल से पहले भी भगवान श्री राम के लिए तिलक आता रहा है, इस दौरान भगवान राम और अयोध्यावासियों के लिए जनकपुर तक बारात लाने का न्योता भी दिया जाएगा। तिलक में भगवान श्री राम के लिए सोने की चेन, चांदी और कांसे के बर्तन और परंपरागत जो-जो सामान तिलक में ले जाया जाता है वह सभी आएगा। वहीं अयोध्या में भी तिलकहरूओं के स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं। यहां पर रामसेवकपुरम परिसर में उनके स्वागत की तैयारी की गई है और यहां पर भगवान का तिलक समारोह आयोजित किया जाएगा।
51 गाड़ियों का काफिला
नेपाल के जनकपुर से तिलक लेकर 51 गाड़ियों का काफिला सोमवार को अयोध्या पहुंचेगा। इनमें कुल 501 लोग शामिल होंगे। फिलहाल नेपाल से लेकर रक्सौल बॉर्डर तक नजारा राममय हो गया है। सभी जगहों पर भगवा झंडे लगाए गए हैं। इतना ही नहीं तिलकोत्सव में महिलाएं भी शामिल हो रही हैं वह सभी काफिले के साथ रक्सौल पहुंची हैं जहां जगह-जगह जय श्री राम के नारे लगाए जा रहे हैं। महिलाएं परंपरागत गीत गा रही हैं। तिलकहरू रक्सौल बॉर्डर से निकल कर अरेराज, गोपालगंज, गोरखपुर होते हुए अयोध्या पहुचेंगे। सभी लोग सोमवार को दोपहर तक अयोध्या पहुंचेंगे और तिलकोत्सव के बाद अयोध्यावासियों को बारात जनकपुर लाने का न्योता देंगे।
क्या-क्या आ रहा है तिलक में
भगवान को तिलक चढ़ाने के लिए नेपाल से आ रहे तिलकहरू 51 गाड़ियों के काफिले में 501 लोग आ रहे है जो कि अलग-अलग भव्य सामानों से सजे हुए 501 दउरा (टोकरी) ला रहे हैं। इन टोकरियों में सोने की चैन, सोने की अंगूठी, चांदी के बर्तन, सुपारी, पान के पत्ते के साथ-साथ पीली धोती, गमछा, करधनी, हल्दी गांठ, चंदन गांठ, धान, पीले चावल, इलायची, सुपारी, यज्ञोपवीत, चांदी के सिक्के आदि परंपरागत चीजें भगवान को भेंट की जाएंगी। इनके अलावा परंपरागत पांच बर्तन भी भगवान राम के लिए लाए जा रहे हैं जिसमें कांसे के थाल, दो कटोरी, गिलास, चम्मच आदि शामिल हैं।