Edited By Yaspal,Updated: 06 Feb, 2024 09:16 PM
बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है। कारण, जयंत चौधरी एनडीए में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने आरएलडी को चार लोकसभा सीटों का ऑफर दिया है। इसके बाद चर्चाएं तेज हो गई हैं
नेशनल डेस्कः बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लग सकता है। कारण, जयंत चौधरी एनडीए में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने आरएलडी को चार लोकसभा सीटों का ऑफर दिया है। इसके बाद चर्चाएं तेज हो गई हैं कि आरएलडी और समाजवादी पार्टी का गठबंधन टूट सकता है। वहीं, सूत्र बताते हैं कि जयंत ने 7 सीटों की मांग की है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने जो 4 सीटें आरएलडी को ऑफर की हैं, उनमें कैराना, बागपत, मथुरा और अमरोहा शामिल हैं। वहीं समाजवादी पार्टी चाहती थी कि उसके उम्मीदवार मुजफ्फरनगर, कैराना, बिजनौर लोकसभा सीटों पर आरएलडी के सिंबल पर चुनाव लड़ें। इसके चलते आरएलडी और सपा गठबंधन में टूट के कारण बनते दिख रहे हैं।
बता दें कि काफी पहले ही जयंत चौधरी और अखिलेश यादव की लखनऊ में हुई मुलाकात के बाद सात सीटों पर डील हो गई थी। इन 7 सीटों में बागपत, मुजफ्फरनगर, कैराना, मथुरा और हाथरस तो तय हैं लेकिन दो सीटों पर अभी भी नाम को लेकर संशय बना हुआ था। अभी यह नहीं हो पा रहा कि मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, नगीना और फतेहपुर सीकरी में से कौन सी और 2 सीट आरएलडी को दी जाएंगी।
वहीं मुजफ्फरनगर में प्रत्याशी को लेकर भी सपा और आरएलडी में खींचतान बताई गई थी। समाजवादी पार्टी चाहती है की हरेंद्र मलिक को वहां से आरएलडी के सिंबल पर चुनाव लड़ाया जाए। आरएलडी के कई स्थानीय नेता इसके विरोध में हैं और नहीं चाहते की हरेंद्र मलिक को मुजफ्फरनगर की सीट दी जाए। कारण, हरेंद्र मलिक जब कांग्रेस में हुआ करते थे तब से चौधरी परिवार से पुरानी अदावत रही है और मुजफ्फरनगर सीट चौधरी परिवार की कोर सीट मानी जाती है।