Edited By Parminder Kaur,Updated: 16 Feb, 2025 04:34 PM
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भारतीय सिंगल्स में लगभग 40% लोग जीवनसाथी की तलाश में विदेश जाने की इच्छा रखते हैं, जबकि 70% भारतीय माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे भारत में ही शादी करें या शादी के बाद भारत लौट आएं। यह जानकारी ऑनलाइन मैचमेकिंग पोर्टल "जीवनसाथी" की 'मॉडर्न...
नेशनल डेस्क. भारतीय सिंगल्स में लगभग 40% लोग जीवनसाथी की तलाश में विदेश जाने की इच्छा रखते हैं, जबकि 70% भारतीय माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे भारत में ही शादी करें या शादी के बाद भारत लौट आएं। यह जानकारी ऑनलाइन मैचमेकिंग पोर्टल "जीवनसाथी" की 'मॉडर्न मैचमेकिंग रिपोर्ट-2025' में सामने आई है।
इस रिपोर्ट में 21,000 से अधिक लोगों के विचारों और दृष्टिकोण का विश्लेषण किया गया। यह अध्ययन भारतीय सिंगल्स की रिश्तों, शादी और पार्टनर चयन के प्रति बदलती प्राथमिकताओं को दर्शाता है। सर्वे के अनुसार, 27 साल से कम उम्र के सिंगल्स 27-30 साल को शादी के लिए आदर्श उम्र मानते हैं, जबकि उम्रदराज उत्तरदाता और कई माता-पिता समय रहते सही पार्टनर खोजने पर जोर देते हैं।
शादी के खर्च को लेकर नई सोच
रिपोर्ट के मुताबिक, 72% सिंगल्स मानते हैं कि शादी के खर्च दोनों पक्षों को मिलकर उठाना चाहिए। इस विचार से भारतीय माता-पिता भी सहमत नजर आए। वहीं लगभग 17% उत्तरदाताओं का मानना है कि जो पक्ष भव्य शादी चाहता है, उसे ही खर्च उठाना चाहिए।
माता-पिता की पसंद से शादी पर बदलती राय
सर्वे में यह भी सामने आया कि केवल 4% उत्तरदाता ही मानते हैं कि जीवनसाथी चुनने में उनके माता-पिता का आखिरी निर्णय होगा। अधिकांश लोग खुद अपने पार्टनर को चुनने की इच्छा रखते हैं। इसके अलावा कुंडली मिलान की भूमिका में भी बदलाव देखने को मिला है। दिल्ली के हर तीन में से एक उत्तरदाता ने कुंडली मिलान को जरूरी बताया।