Edited By Rahul Rana,Updated: 14 Nov, 2024 02:17 PM
भारत में पारंपरिक रूप से सोना खरीदने का मतलब था भरोसेमंद जौहरी के पास जाना, लेकिन अब ई-कॉमर्स के बढ़ते बाजार ने इस परंपरा को बदल दिया है। पिछले तीन वर्षों में, भारत का ऑनलाइन ज्वैलरी बाजार तेजी से बढ़ रहा है और अनुमान है कि यह 22 बिलियन डॉलर तक...
नेशनल डेस्क। भारत में पारंपरिक रूप से सोना खरीदने का मतलब था भरोसेमंद जौहरी के पास जाना, लेकिन अब ई-कॉमर्स के बढ़ते बाजार ने इस परंपरा को बदल दिया है। पिछले तीन वर्षों में, भारत का ऑनलाइन ज्वैलरी बाजार तेजी से बढ़ रहा है और अनुमान है कि यह 22 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।
गीतांजलि जेम्स का ऑनलाइन बिक्री में तेजी
भारत की सबसे बड़ी हीरे और सोने के आभूषणों की खुदरा विक्रेता गीतांजलि जेम्स लिमिटेड को उम्मीद है कि अगले दो से तीन साल में ऑनलाइन बिक्री उनकी कुल बिक्री का 20% हिस्सा बन जाएगी, जबकि अब यह केवल 1% है। गीतांजलि ने अमेज़न, फ्लिपकार्ट, और ईबे जैसे प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफार्मों के साथ गठजोड़ किया है, और इसे बढ़ाने के लिए लगातार नए प्लेटफार्मों से सहयोग की तलाश में है।
ऑनलाइन आभूषण खरीदारी का बढ़ता चलन
पारंपरिक ज्वैलर्स अब ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर भी अपने आभूषण बेच रहे हैं। पिछले साल भारत सरकार द्वारा सोने के आयात पर प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद, ज्वैलरी विक्रेताओं ने Amazon, Flipkart, और eBay जैसे प्लेटफार्मों पर अपनी उपस्थिति बढ़ाई है। गार्टनर के अनुसार, 2024 में भारत का ऑनलाइन खुदरा बाजार लगभग 6 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है, और यह 2018 तक 22 बिलियन डॉलर तक बढ़ सकता है।
मध्य वर्ग और युवा उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग
गीतांजलि के चेयरमैन मेहुल चोकसी का कहना है कि भारतीय उपभोक्ता अब आभूषण खरीदने से पहले उन्हें छूकर महसूस करने का विकल्प पसंद करते हैं, लेकिन उपभोक्ताओं के व्यवहार में तेजी से बदलाव आ रहा है। युवा महिलाएं खासतौर पर अब ऑनलाइन शॉपिंग में रुचि दिखा रही हैं, और इससे ऑनलाइन ज्वैलरी की मांग बढ़ी है। गितांजलि, जो पूरे भारत, अमेरिका, मध्य पूर्व और यूरोप में फैले 4,000 से अधिक अंक के माध्यम से अपने हीरे और सोने के गहने बेचती है, शाहरुख खान और कैटरीना कैफ सहित बॉलीवुड अभिनेताओं की बैटरी का उपयोग ब्रांड एंबेसडर के रूप में करती है।
भारत का स्वर्ण बाजार
2014 में, भारत ने दुनिया में सबसे ज्यादा सोने के आभूषण खरीदे। विश्व स्वर्ण परिषद के अनुसार, भारत ने 26.9 बिलियन डॉलर मूल्य के 662 मीट्रिक टन सोने के आभूषण खरीदे, जो 1995 के बाद सबसे अधिक था। इस साल सोने की मांग बढ़ने का अनुमान है, और भारत फिर से दुनिया का सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता बन सकता है।
ऑनलाइन ज्वैलरी बाजार में संभावनाएं
पारंपरिक ज्वैलरी दुकानदारों का मानना है कि ऑनलाइन ज्वैलरी खरीदने से उपभोक्ताओं को बेहतर विकल्प और सुविधाएं मिलती हैं। तारा ज्वैल्स के अध्यक्ष राजीव शेठ का कहना है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म कंपनियों को भौतिक स्टॉक रखने की बजाय डिजाइनों की व्यापक रेंज पेश करने की सुविधा प्रदान करते हैं।
भारतीय ज्वैलरी कंपनियों का ऑनलाइन विस्तार
भारत की प्रमुख ज्वैलरी कंपनियां, जैसे पीसी ज्वैलर, ब्लूस्टोन और कैरेटलेन, ऑनलाइन बिक्री के मामले में सक्रिय हो गई हैं। पीसी ज्वैलर ने हाल ही में ब्लू नाइल जैसे ऑनलाइन ज्वैलरी विक्रेताओं के साथ समझौता किया है और अपनी खुद की वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग की योजना बनाई है।
कुल मिलाकर कहा जाए तो भारत में ऑनलाइन ज्वैलरी खरीदारी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। पारंपरिक ज्वैलरी विक्रेताओं के लिए यह एक चुनौती के साथ-साथ एक अवसर भी है, क्योंकि अधिक से अधिक उपभोक्ता विशेषकर युवा वर्ग अब ऑनलाइन आभूषण खरीदने के लिए तैयार हो रहे हैं।