Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 10 Jan, 2025 07:23 PM
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 2023 में ओडिशा के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देकर एक बार फिर से मुख्यधारा की राजनीति में कदम रखा है। शुक्रवार को उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता ग्रहण की, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता और सैकड़ों...
नेशनल डेस्क: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ओडिशा के राज्यपाल पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में वापसी की। उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द ही सत्ता में वापस आएगी और लोगों की सेवा करने का संकल्प लिया।
राजनीति में हुई नई शुरुआत
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने साल 2023 में ओडिशा के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देकर एक बार फिर से मुख्यधारा की राजनीति में कदम रखा है। शुक्रवार को उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता ग्रहण की, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता और सैकड़ों समर्थकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने साल 1980 के बाद दूसरी बार पार्टी की सदस्यता ली और कहा, "मैं बहुत खुश हूं कि मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर मिल रहा है।"
सत्तारूढ़ सरकार पर कड़ी प्रतिक्रिया
रघुवर दास ने झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सरकार पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के परिणामों से निराश नहीं होना चाहिए और बीजेपी जल्द ही राज्य की सत्ता में वापसी करेगी। वहीं, उन्होंने झामुमो को जनादेश देने वाली जनता का सम्मान किया और उम्मीद जताई कि सरकार अपने वादों को पूरा करेगी।
साल 2024 विधानसभा चुनाव की थी तैयारी
रघुवर दास ने आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में कहा, "हमने 2024 के चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकी थी, लेकिन हम अपेक्षित परिणाम नहीं पा सके। हालांकि, हम निराश नहीं हैं और जल्द ही वापसी करेंगे।" उनका मानना है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ईमानदारी से प्रयास किया और भविष्य में सफलता मिलेगी।
झामुमो को चेतावनी दी
दास ने कहा कि झामुमो सरकार से उम्मीद की जाती है कि वह अपनी चुनावी वादों को शीघ्र पूरा करे। उन्होंने दो-तीन महीने का समय देते हुए कहा, "अगर सरकार ने वादों को पूरा नहीं किया, तो हम सड़कों पर उतरकर संघर्ष करेंगे।"
रघुवर दास का सफर
रघुवर दास का राजनीतिक सफर एक साधारण कार्यकर्ता से लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री तक पहुंचा है। उन्होंने 1995 में अविभाजित बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ा और पांच बार जमशेदपुर (पूर्व) से जीत हासिल की। बाद में उन्होंने बाबूलाल मरांडी और अर्जुन मुंडा सरकारों में मंत्री का पद संभाला। 2009 में शिबू सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री बने। 2014 से 2019 तक वह झारखंड के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत रहे।
रघुवर दास का कहना है कि वह राजनीतिक जीवन में लोगों की सेवा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और झारखंड की जनता के लिए बेहतर भविष्य की दिशा में काम करेंगे।