Edited By Rohini Oberoi,Updated: 30 Jan, 2025 12:30 PM
कोका-कोला भारत में ग्रामीण बाजारों में विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है और उसका मानना है कि शहरी क्षेत्रों में खपत में मंदी अस्थायी है। कंपनी के अध्यक्ष और सीएफओ जॉन मर्फी ने एक सम्मेलन में इस बात का ज़िक्र किया। जॉन मर्फी की भारत में कोका-कोला को...
नेशनल डेस्क। कोका-कोला भारत में ग्रामीण बाजारों में विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है और उसका मानना है कि शहरी क्षेत्रों में खपत में मंदी अस्थायी है। कंपनी के अध्यक्ष और सीएफओ जॉन मर्फी ने एक सम्मेलन में इस बात का ज़िक्र किया। जॉन मर्फी की भारत में कोका-कोला को आगे बढ़ाने की योजना है।
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उन्होंने कहा कि हालांकि 2024 के अंत में कुछ क्षेत्रों में कमज़ोरी देखी गई थी लेकिन उनका मानना है कि यह एक अस्थायी घटना है जो लंबे समय तक नहीं रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी को सतर्क रहना होगा अनुकूलन करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि वह जीतने के लिए आवश्यक क्षमताओं में निवेश कर रही है।
ग्रामीण बाजार में विस्तार का अवसर
जॉन मर्फी ने बताया कि भारत के ग्रामीण बाजारों में विकास की बड़ी संभावनाएं हैं। इन बाजारों में कोका-कोला अपनी स्थिति को और मजबूत करने की कोशिश करेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े ब्रांडों के लिए तेजी से विस्तार करने के अवसर हैं। विशेष रूप से 10 रुपये का मूल्य बिंदु बहुत महत्वपूर्ण है और यह कोका-कोला के लिए एक केंद्रित रणनीति का हिस्सा है। इसके अलावा उत्पाद को सही बिक्री बिंदुओं तक पहुंचाना भी एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहां कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में काफी प्रगति की है।
स्थानीय प्रतियोगिता और चुनौतियाँ
भारत में स्थानीय खिलाड़ियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बारे में बात करते हुए मर्फी ने कहा कि यह चुनौतीपूर्ण है लेकिन कोका-कोला के पास प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक स्पष्ट रणनीति है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में वाणिज्यिक पेय पदार्थों की खपत अभी भी अपेक्षाकृत कम है लेकिन देश की युवा आबादी के कारण उद्योग के लिए विकास की संभावनाएं बहुत सकारात्मक हैं। शहरीकरण और डिजिटलीकरण से व्यक्तिगत उपभोग व्यय में वृद्धि हो रही है जिससे उद्योग को फायदा हो रहा है।