Edited By rajesh kumar,Updated: 08 Mar, 2025 08:07 PM
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र में शनिवार को दैनिक जागरण में कार्यरत पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। बाइक सवार बदमाशों ने पहले उनकी बाइक में टक्कर मारी और फिर उन्हें तीन गोलियां मारी।
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र में शनिवार को दैनिक जागरण में कार्यरत पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। बाइक सवार बदमाशों ने पहले उनकी बाइक में टक्कर मारी और फिर उन्हें तीन गोलियां मारी।
दरअसल, किसी का फोन आने के बाद राघवेंद्र बाजपेई घर से बाइक पर बाहर निकले थे। कुछ देर बाद उनका शव लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर हेमपुर नेरी के पास पड़ा मिला। शुरुआत में पुलिस ने इसे सड़क हादसा समझा और शव को जिला अस्पताल भेजा, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के दौरान पाया कि उनके शरीर पर तीन गोली के निशान थे।
इलाके में डर और आक्रोश का माहौल
इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी। इस घटना के बाद एसएसपी रेंज प्रशांत कुमार ने उन्नाव से सीतापुर के लिए रवाना होकर मामले की गहनता से जांच शुरू की। पत्रकार की हत्या के बाद इलाके में डर और आक्रोश का माहौल बन गया है।
चंद्रशेखर आजाद ने घटना पर जताई नाराजगी
आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा, "उत्तर प्रदेश में जंगलराज – अब पत्रकार भी असुरक्षित हैं!" उन्होंने यह भी कहा कि जब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर दिनदहाड़े गोलियां चल रही हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है? पत्रकार की हत्या ने उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं और लोगों में असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है।