Edited By Anu Malhotra,Updated: 22 Mar, 2025 01:05 PM

दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर में आग लगने के बाद भारी मात्रा में नकदी मिली। इस घटना ने सवाल उठाया है कि घर में कितनी नकदी रखना कानूनी है। जानिए इसके बारे में Income Tax Act क्या कहता है और कैसे आप अपने नकदी के स्रोत का सही तरीके से...
नेशनल डेस्क: दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर में आग लगने के बाद भारी मात्रा में नकदी मिली। इस घटना ने सवाल उठाया है कि घर में कितनी नकदी रखना कानूनी है। जानिए इसके बारे में Income Tax Act क्या कहता है और कैसे आप अपने नकदी के स्रोत का सही तरीके से रिकॉर्ड रख सकते हैं ताकि भविष्य में कोई कानूनी परेशानी न हो।
घर में नकदी रखने का नियम
Tax विशेषज्ञों के अनुसार, घर में कितनी नकदी रख सकते हैं, इस बारे में कोई खास कानून नहीं है। लेकिन यह जरूरी है कि नकदी का स्रोत स्पष्ट हो और इसका पूरा रिकॉर्ड रखा जाए। यदि कोई व्यक्ति यह साबित नहीं कर पाता कि उसके पास कैश कहां से आया, तो उस पर 78% टैक्स लगाया जाएगा। इसमें 60% टैक्स, 25% सरचार्ज और 4% हेल्थ एंड एजुकेशन सेस शामिल होगा।
इसके अलावा, अगर कोई व्यक्ति कम आय रिपोर्ट करता है तो उसे जुर्माना भी हो सकता है, जो कर की कुल राशि का 200% तक हो सकता है। ब्लैक मनी एक्ट के तहत जानबूझकर कर चोरी करने पर 3 से 10 साल तक की सजा का भी प्रावधान है। वहीं, ब्लैक मनी एक्ट, 2015 में जानबूझकर कर चोरी करने पर जुर्माने के साथ-साथ 3 से 10 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है।
क्या हैं मुख्य बातें?
-नकदी का स्रोत स्पष्ट होना चाहिए।
-यदि कोई व्यक्ति अपनी नकदी का स्रोत नहीं बता पाता तो उस पर भारी टैक्स लगाया जाएगा।
-बिजनेस करने वालों के लिए, कैश बुक के साथ मेल खाती हुई नकदी होनी चाहिए।
-कर विशेषज्ञों के अनुसार, सभी लेन-देन का रिकॉर्ड रखना बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में कोई समस्या न हो।
बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट के एक जज के घर से करोड़ों की नकदी मिलने से हड़कंप मच गया है। यह घटना उस समय सामने आई जब जज के आवास में आग लग गई थी। फायर ब्रिगेड के कर्मी आग बुझाने पहुंचे तो उन्हें घर में भारी मात्रा में नोटों का भंडार मिला, जो सभी के लिए चौंकाने वाला था। अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जज का दिल्ली से बाहर ट्रांसफर कर दिया है।