Edited By Tanuja,Updated: 17 Oct, 2024 04:25 PM
![karnal artist wins prestigious uk illustration award with marigolds](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_10image_16_13_208212130aditianad-ll.jpg)
हरियाणा के करनाल की रहने वाली एक उदीयमान कलाकार को लंदन में विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय के चित्रण पुरस्कारों में उभरते चित्रकार श्रेणी में...
London: लंदन में विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय के चित्रण पुरस्कारों में उभरते चित्रकार श्रेणी में हरियाणा के करनाल की रहने वाली एक उदीयमान कलाकार को विजेता घोषित किया गया है। इंग्लैंड के कैम्ब्रिज में एंग्लिया रस्किन विश्वविद्यालय (एआरयू) की छात्रा अदिति आनंद (25) को हाल में एक समारोह में उनकी कलाकृति ‘मैरीगोल्ड्स' के लिए पुरस्कृत किया गया। यह कलाकृति सितंबर 2025 तक लंदन में विश्व प्रसिद्ध विक्टोरिया और अल्बर्ट (वी एंड ए) डिजाइन संग्रहालय में प्रदर्शित की जाएगी। वी एंड ए पुरस्कारों के लिए प्राप्त 2,000 से अधिक प्रविष्टियों में से चयनित ‘मैरीगोल्ड्स' ने पुरस्कार के रूप में 3,000 पाउंड जीता है।
यह कलाकृति भारत में बाल श्रम और खोए हुए बचपन की ओर ध्यान आकर्षित करती है। भारत में फूलों के बाजारों से प्रेरित, कलाकृति एक मां की कहानी बताती है जो अपने बच्चे को गेंदे के फूल की माला बनाना सिखा रही है। निर्णायक मंडल ने रंगों के इस्तेमाल की प्रशंसा की, जिससे फूलों की मनमोहक सुंदरता और फूल बेचने वालों की दयनीय स्थिति तथा बाल श्रम की वास्तविकता प्रदर्शित होती है। भारत से पुरस्कार ग्रहण करने यहां पहुंची आनंद ने कहा, ‘‘मैं 'मैरीगोल्ड्स' के लिए वी एंड ए चित्रण पुरस्कार जीतकर बेहद रोमांचित हूं और मैं इस बात से बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं कि वी एंड ए ने इस विषय को मंच प्रदान कर और संग्रहालय में प्रदर्शित कर इसे इतना महत्व दिया।''
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि यह पाठकों को एक ऐसी दुनिया की झलक प्रदान करेगा जो उनकी अपनी दुनिया से बहुत अलग हो सकती है। यह उपलब्धि एंग्लिया रस्किन में उल्लेखनीय बाल पुस्तक चित्रण टीम के बिना संभव नहीं होती, और मैं अपने स्नातकोत्तर के दौरान अपने शिक्षकों और साथियों के समर्थन के लिए हमेशा आभारी रहूंगी।'' एआरयू में बाल पुस्तक चित्रण में स्नातकोत्तर के लिए एसोसिएट प्रोफेसर और पाठ्यक्रम प्रमुख शेली जैक्सन ने कहा, ‘‘अदिति आनंद के चित्र भी उन्हीं की तरह आकर्षक हैं।''