Edited By Anu Malhotra,Updated: 30 Dec, 2024 11:08 AM
कर्नाटक पुलिस ने एक बड़ी साइबर ठगी की वारदात का खुलासा किया है, जिसमें एक्सिस बैंक के एक कर्मचारी ने बैंक के खातों से 12 करोड़ रुपये की चोरी कर ली। यह पूरी घटना बैंक कर्मचारी के एक अनोखे तरीके से की गई धोखाधड़ी का परिणाम है। बैंककर्मी ने जाली...
नेशनल डेस्क: कर्नाटक पुलिस ने एक बड़ी साइबर ठगी की वारदात का खुलासा किया है, जिसमें एक्सिस बैंक के एक कर्मचारी ने बैंक के खातों से 12 करोड़ रुपये की चोरी कर ली। यह पूरी घटना बैंक कर्मचारी के एक अनोखे तरीके से की गई धोखाधड़ी का परिणाम है। बैंककर्मी ने जाली दस्तावेज़ तैयार किए और खाते से पैसे निकालने के लिए विभिन्न प्रकार की धोखाधड़ी का सहारा लिया।
इस मामले में गुजरात के एक्सिस बैंक के कॉर्पोरेट डिवीजनल मैनेजर वैभव पिथादिया (29) सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों को सूरत, नवसारी और राजकोट से गिरफ्तार करने के बाद 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। उन्हें आगे की जांच के लिए बेंगलूरु लाया गया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों में वैभव का साथी शैलेश, बैंकिंग एजेंट नेहा विपलभाई और कमीशन एजेंट शुभम शामिल हैं। इनके पास से 1.83 करोड़ रुपये नकद, दो मोबाइल फोन और एक जाली कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग (सीआइबी) फॉर्म बरामद किया गया।
यह मामला बेंगलूरु स्थित ड्रीम प्लग पे टेक सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (सीआरईडी) के निदेशक की शिकायत पर सामने आया, जिसमें आरोप था कि कंपनी के खातों से 12.51 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई। जांच में पता चला कि आरोपियों ने कंपनी के ई-मेल और संपर्क नंबरों तक पहुंच प्राप्त कर कंपनी का डेटा चुराया और जाली सीआइबी फॉर्म बनाकर 17 विभिन्न बैंक खातों में 12.51 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने की कोशिश की।
यह धोखाधड़ी राजस्थान और गुजरात में स्थित 17 जाली खातों में की गई, जिसमें 37 ट्रांजेक्शन किए गए थे। हालांकि, दो यूजर आईडी इनेक्टिव होने के कारण आरोपियों ने केवल 12.51 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए, जबकि वे 15 करोड़ रुपये ट्रांसफर करना चाहते थे।