Edited By rajesh kumar,Updated: 22 Dec, 2024 12:33 PM
उत्तर प्रदेश के संभल जिले के खग्गू सराय इलाके में स्थित प्राचीन कार्तिकेय महादेव मंदिर इन दिनों सुर्खियों में है। 46 साल बाद मंदिर के कपाट खुले हैं, और इसके साथ ही एक विशेष भंडारे का आयोजन भी किया गया। 14 दिसंबर को मंदिर का ताला खोलने के बाद, शनिवार...
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के खग्गू सराय इलाके में स्थित प्राचीन कार्तिकेय महादेव मंदिर इन दिनों सुर्खियों में है। 46 साल बाद मंदिर के कपाट खुले हैं, और इसके साथ ही एक विशेष भंडारे का आयोजन भी किया गया। 14 दिसंबर को मंदिर का ताला खोलने के बाद, शनिवार को श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा अर्चना की और भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।
46 साल बाद हुआ भंडारा
संभल के खग्गू सराय मोहल्ले में स्थित इस प्राचीन मंदिर को 1978 में हुए दंगों के बाद बंद कर दिया गया था। इसके कपाट बंद होने के कारण, श्रद्धालु 46 साल से इस मंदिर में पूजा नहीं कर पा रहे थे। लेकिन 14 दिसंबर को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की पहल पर मंदिर का ताला खोला गया। इसके बाद, शनिवार को इस खास मौके पर 46 साल बाद भंडारे का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा की और फिर प्रसाद के रूप में सब्जी, पूड़ी और हलवे का सेवन किया। भंडारे का आयोजन मंदिर के कपाट खुलने की खुशी में किया गया था।
ASI टीम ने किया निरीक्षण
वहीं, शनिवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) विभाग की एक टीम ने कल्कि मंदिर का निरीक्षण किया। इससे पहले एएसआई की टीम ने संभल जिले के पांच अन्य स्थानों का सर्वे किया था, जिनमें 19 कुएं और पांच तीर्थ स्थल शामिल थे। 14 दिसंबर को मंदिर का ताला खुलने के बाद जिलाधिकारी ने एएसआई को निरीक्षण के लिए बुलाया था। इसके बाद एएसआई की चार सदस्यीय टीम मंदिर और उसके आस-पास के क्षेत्रों का सर्वे करने के लिए संभल पहुंची। मंदिर के पास के कुएं के चारों ओर बैरिकेडिंग भी की गई थी ताकि निरीक्षण में कोई परेशानी न हो।