Edited By Rahul Rana,Updated: 19 Mar, 2025 12:23 PM

केरल के युवा मामलों के मंत्री साजी चेरियन ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि राज्य में युवाओं में हिंसा और आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं तथा सरकार ने युवा पीढ़ी के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने की दिशा में विभिन्न अध्ययनों समेत कई कदम उठाए हैं।...
नेशनल डेस्क: केरल के युवा मामलों के मंत्री साजी चेरियन ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि राज्य में युवाओं में हिंसा और आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं तथा सरकार ने युवा पीढ़ी के मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करने की दिशा में विभिन्न अध्ययनों समेत कई कदम उठाए हैं। चेरियन ने कहा कि कार्यस्थलों सहित पूरे राज्य में 18-40 आयु वर्ग के लोगों के मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में अध्ययन किए गए तथा निष्कर्षों की रिपोर्ट सरकार के समक्ष रखी गई।
मंत्री ने कहा कि युवाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को कमजोर करने में नशीले पदार्थों की प्रमुख भूमिका है और सरकार ने इसके खिलाफ ‘नशा निषेध' अभियान शुरू किया है। वह प्रश्नकाल में कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के विधायकों द्वारा युवाओं में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और आत्महत्या की प्रवृत्ति के मुद्दे के समाधान के लिए उठाए गए कदमों के बारे में पूछे गए प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। यूडीएफ विधायकों ने युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को कमजोर करने वाले अन्य कारकों के रूप में रोजगार की कमी के साथ-साथ फिल्मों में मादक पदार्थों के उपयोग और हिंसा का भी उल्लेख किया। इन विधायकों ने युवा आयोग की ओर से नैदानिक मनोवैज्ञानिकों की सेवाएं उपलब्ध कराने का भी सुझाव दिया, ताकि जो लोग इसका खर्च वहन नहीं कर सकते उन्हें सेवाएं प्रदान की जा सकें। चेरियन ने विपक्ष के सुझावों को स्वीकार किया और उन पर विचार करने का आश्वासन दिया।