Edited By Harman Kaur,Updated: 30 Jun, 2024 04:29 PM
![kerala minister s critical remarks on education](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_16_29_14991421806-ll.jpg)
केरल के मत्स्य पालन मंत्री साजी चेरियन ने राज्य की शिक्षा प्रणाली पर आलोचनात्मक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ‘सेकेंडरी स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन' (SSLC) परीक्षा पास करने वाले कई छात्र ठीक से पढ़ना-लिखना तक नहीं जानते।
नेशनल डेस्क: केरल के मत्स्य पालन मंत्री साजी चेरियन ने राज्य की शिक्षा प्रणाली पर आलोचनात्मक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ‘सेकेंडरी स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन' (SSLC) परीक्षा पास करने वाले कई छात्र ठीक से पढ़ना-लिखना तक नहीं जानते। मंत्री ने यह टिप्पणी ऐसे वक्त की है जब राज्य सरकार अपनी शिक्षा प्रणाली के मानकों का गुणगान कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले न्यूनतम उत्तीर्ण अंक 210 प्राप्त करना कठिन था, लेकिन अब हर कोई परीक्षा पास कर रहा है।
उन्होंने शनिवार को अल्प्पुझा में एक कार्यक्रम में कहा, "लेकिन इन छात्रों का एक बड़ा हिस्सा ठीक से पढ़ना-लिखना नहीं जानता।" मंत्री ने कहा कि यदि कोई परीक्षा में असफल होता है तो इसे राज्य सरकार की विफलता के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। चेरियन ने कहा कि मौजूदा सामान्य शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि माध्यमिक परीक्षा के मूल्यांकन में उदारता बरतने का चलन सही नहीं है, और वह इसमें बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं।
पिछले महीने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के परिणाम घोषित किए गए थे। इसमें दसवीं कक्षा की परीक्षा में विद्यार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 99.69 था। अधिकारियों ने बताया कि इसबार कुल 4,25,563 विद्यार्थी परीक्षा में सफल हुए और उत्तीर्णता प्रतिशत 99.69 रहा।