Edited By Parveen Kumar,Updated: 09 Aug, 2024 11:31 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भूस्खलन प्रभावित वायनाड के दौरे से एक दिन पहले केरल सरकार की मंत्रिमंडलीय उप-समिति ने इलाके का दौरा करने वाली केंद्रीय टीम से मुलाकात की और आपदाग्रस्त क्षेत्र में पुनर्वास एवं राहत कार्य के लिए 2,000 करोड़ रुपये की...
नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भूस्खलन प्रभावित वायनाड के दौरे से एक दिन पहले केरल सरकार की मंत्रिमंडलीय उप-समिति ने इलाके का दौरा करने वाली केंद्रीय टीम से मुलाकात की और आपदाग्रस्त क्षेत्र में पुनर्वास एवं राहत कार्य के लिए 2,000 करोड़ रुपये की सहायता मांगी। गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजीव कुमार के नेतृत्व में केंद्रीय टीम ने आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और प्रभावित लोगों से बातचीत की। अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम ने कहा कि वायनाड भूस्खलन का प्रभाव बहुत बड़ा है और एक विस्तृत अध्ययन की आवश्यकता है।
टीम ने केरल मंत्रिमंडलीय उप-समिति के साथ बैठक की और विभिन्न बचाव कार्यों, राहत शिविरों, शव-परीक्षण, मृतकों के रिश्तेदारों को शव सौंपने, अंतिम संस्कार, डीएनए नमूनों के संग्रह और लापता लोगों के विवरण पर चर्चा की। राज्य सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि उसने केंद्रीय टीम को सूचित किया है कि वायनाड के चूरलमाला, मुंडक्कई और पुंचिरी मट्टम क्षेत्रों में आवासीय क्षेत्रों और कृषि क्षेत्र दोनों में बड़ा नुकसान हुआ है।
बयान में कहा गया है कि केवल पुनर्वास उद्देश्यों के लिए ही 2,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। ताजा रिपोर्टों के अनुसार, 30 जुलाई को हुए विनाशकारी भूस्खलन में अब तक कुल 226 लोगों की जान जा चुकी है। 197 शवों के अंग बरामद किए गए हैं, जबकि 133 लोग लापता हैं।