Edited By Utsav Singh,Updated: 05 Nov, 2024 01:31 PM
कनाडा में भारतीय समुदाय के लिए हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। हाल ही में ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया, जिसमें कई लोगों को लाठी-डंडों से पीटा गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें...
इंटरनेशनल डेस्क : कनाडा में भारतीय समुदाय के लिए हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। हाल ही में ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर खालिस्तान समर्थकों ने हमला किया, जिसमें कई लोगों को लाठी-डंडों से पीटा गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें एक चौंकाने वाली बात सामने आई। वीडियो में देखा गया कि कनाडा पुलिस ने खालिस्तान समर्थकों पर कार्रवाई करने के बजाय भारतीयों पर ही कार्रवाई की। यह घटना कनाडा में भारतीयों के लिए गंभीर चिंता का कारण बन गई है। इसके अलावा, यह भी खबर आई है कि कनाडा पुलिस विभाग में भी खालिस्तान समर्थक घुसपैठ कर चुके हैं।
ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हमला
ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर पर खालिस्तानियों ने हमला किया था, जहां उन्होंने न केवल मंदिर की पवित्रता को नुकसान पहुंचाया, बल्कि कई भक्तों को लाठी-डंडों से भी पीटा। यह घटना कनाडा में भारतीयों के लिए चिंता का कारण बन गई है। इससे पहले भी कनाडा में कुछ जगहों पर भारतीयों और हिंदू धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने के मामले सामने आ चुके हैं।
पुलिस ने की कार्रवाई, लेकिन किस पर?
आपको बता दें कि इस हमले के बाद पुलिस की कार्रवाई को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया। कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें देखा गया कि पुलिस ने खालिस्तान समर्थकों के बजाय भारतीयों पर कार्रवाई की। इसी बीच एक और चौंकाने वाली खबर आई है कि कनाडा पुलिस विभाग में एक पुलिस अधिकारी खालिस्तान समर्थक प्रदर्शन में शामिल हुआ था। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब वायरल किया गया, जिसके बाद पुलिस ने उस अधिकारी को निलंबित कर दिया।
पुलिस अधिकारी का निलंबन
कनाडा पुलिस के मीडिया मामलों के अधिकारी रिचर्ड चिन ने सीबीसी न्यूज को बताया कि पुलिस को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के बारे में जानकारी मिल चुकी है, जिसमें एक पुलिस अधिकारी खालिस्तान समर्थक प्रदर्शन में शामिल होता हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि, रिचर्ड चिन ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अधिकारी उस वक्त अपनी ड्यूटी पर नहीं था। इसके बाद संबंधित अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, इस मामले पर और कोई जानकारी नहीं दी जा सकती।
Officers will be deployed to ensure peace & lawfulness at planned demonstrations. Violence & other criminal acts has no place in our community. pic.twitter.com/ebrLHCszQZ
— Peel Regional Police (@PeelPolice) November 4, 2024
कनाडा पुलिस का बयान
रिचर्ड चिन ने कहा कि पुलिस ने जिस वीडियो की जांच शुरू की है, उसमें जो भी घटना घटित हो रही है, उसकी पूरी जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस अधिकारी तैनात किए जाएंगे। चिन ने हिंसा और अपराध के कृत्य को समुदाय में बर्दाश्त न करने की बात भी कही।
PM मोदी का कड़ा बयान
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिरों पर हुए हमलों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने ट्विटर (X) पर लिखा, "मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं। हिंसा के ऐसे कृत्य कभी भी भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे। हम कनाडा सरकार से न्याय सुनिश्चित करने और कानून के शासन को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं।"
I strongly condemn the deliberate attack on a Hindu temple in Canada. Equally appalling are the cowardly attempts to intimidate our diplomats. Such acts of violence will never weaken India’s resolve. We expect the Canadian government to ensure justice and uphold the rule of law.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 4, 2024
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान कनाडा में बढ़ते खालिस्तान समर्थक गतिविधियों और हिंदू समुदाय पर हमलों के संदर्भ में आया है। भारत सरकार ने कनाडा से उम्मीद जताई है कि वह ऐसे हमलों को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएगी।
कनाडा में भारतीय समुदाय और खासकर हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमलों को लेकर स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। ब्रैम्पटन में हुए हालिया हमले और कनाडा पुलिस में खालिस्तानियों की घुसपैठ ने इस मुद्दे को और जटिल बना दिया है। भारतीय प्रधानमंत्री ने भी इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया है और कनाडा सरकार से कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह होगा कि कनाडा सरकार इस स्थिति को किस प्रकार संभालती है और भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाती है।