Edited By Tanuja,Updated: 11 Jan, 2023 01:25 PM
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कल अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान दरबार साहिब में माथा टेका। राहुल गांधी के पंजाब दौरे से तिलमिलाए सिख...
इंटरनेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी कल अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान दरबार साहिब में माथा टेकने पहुंचे। राहुल गांधी के पंजाब दौरे से तिलमिलाए सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक ऑडियो-वीडियो संदेश जारी कर पंजाबी समुदाय को गांधी परिवार का विरोध करने का आह्वान किया है। राहुल गांधी के दरबार साहिब जाने पर भड़ास निकालते हुए ऑडियो वीडियो संदेश में पन्नू ने कहा कि आज सिख "गांधी-नेहरू" परिवार द्वारा 1955 और 1984 में दरबार साहिब पर हमले को भूल गए हैं लेकिन "खून का बदला खून" होना चाहिए।
सिख फॉर जस्टिस की ओर से जारी संदेश में राहुल को सिख इतिहास की जानकारी बताते हुए धमकाया गया है कि जिसने भी दरबार साहिब पर हमला किया, उसकी जाति का नामोनिशान मिट गया और सिर्फ राहुल गांधी ही जिंदा बचे हैं। सिख फॉर जस्टिस ने आगे कहा कि वे कश्मीरी आतंकवादियों की मदद से राहुल गांधी की अमृतसर से श्रीनगर यात्रा में बाधा डाल रहे हैं और उन्हें लाल चौक पर तिरंगा फहराने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
जानें कौन है राहुल गांधी को धमकी देने वाला पन्नू ?
विदेश में बैठा खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर पंजाब को सुलगाने की कोशिश में है। गुरपतवंत सिंह पन्नू अमेरिका में बसा भारत का एक वॉन्टेड आतंकवादी है। गुरपतवंत सिंह पन्नू 'सिख्स फॉर जस्टिस' का स्वयंभू सरगना है। वह अमृतसर के खानकोट गांव में पैदा हुआ था। बाद में वह विदेश चला गया और ISI के सहयोग से पंजाब में खालिस्तानी अलगाववादी मुहिम को फिर से जिंदा करने की कोशिश में है। गुरपतवंत सिंह पन्नू के पिता महिंदर सिंह विभाजन के समय पाकिस्तान से खानकोट आए थे। महिंदर सिंह मार्कफैड में नौकरी करते थे। गुरपतवंत का एक और भाई मंगवंत सिंह भी था, दोनों विदेश में जाकर बस गए थे। गुरपतवंत सिंह पन्नू के पिता की मौत बहुत पहले हो गई थी। मां को उसने बताया था कि वह कनाडा में बहुत बड़ा वकील है। कुछ वर्षों पहले मां की भी मौत हो गई। भारत में फिलहाल उसका कोई परिवार नहीं रहता है।
पैसों का लालच देकर पंजाब के युवाओं को भटका रहा पन्नू
1 जुलाई 2020 को भारत सरकार ने गुरपतवंत सिंह पन्नू को संशोधित UAPA कानून के तहत आतंकवादी घोषित कर रखा है। जुलाई 2020 में ही पंजाब पुलिस ने अमृतसर और कपूरथला में उसके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया था। जुलाई 2020 में भारत सरकार ने पन्नू को आतंकवादी घोषित किया। उसके बाद NIA ने यूएपीए ऐक्ट 1967 की धारा 51 ए के तहत अमृतसर स्थित उसकी अचल संपत्तियों को जब्ती का आदेश दिया था। गुरपतवंत सिंह पन्नू पैसों का लालच देकर पंजाब के युवाओं को भटकाने की कोशिश करता रहता है। 2020 में उसने इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि पर उसने पंजाब के छात्रों से स्कूलों, कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों में खालिस्तानी झंडा फहराने की अपील की थी। बदले में उसने छात्रों को आईफोन-12 स्मार्टफोन का लालच दिया था।