Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 01 Feb, 2025 03:27 PM
भारत की वित्त मंत्री, निर्मला सीतारमण, देश के सबसे बड़े वित्तीय दस्तावेज़, यानी केंद्रीय बजट, को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। 2025 में उन्होंने लगातार आठवां केंद्रीय बजट पेश किया, जिसमें देश की वित्तीय स्थिति का लेखा-जोखा पेश किया गया।...
नेशनल डेस्क: भारत की वित्त मंत्री, निर्मला सीतारमण, देश के सबसे बड़े वित्तीय दस्तावेज़, यानी केंद्रीय बजट, को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। 2025 में उन्होंने लगातार आठवां केंद्रीय बजट पेश किया, जिसमें देश की वित्तीय स्थिति का लेखा-जोखा पेश किया गया। हालांकि, आज हम उनके पेशेवर जीवन के बजाय, उनकी व्यक्तिगत संपत्ति पर एक नज़र डालेंगे और जानेंगे कि उनका खुद का वित्तीय हाल क्या है।
2022 में की थी संपत्ति की घोषणा
निर्मला सीतारमण ने 2022 में राज्यसभा के नामांकन के दौरान अपनी संपत्ति का एफिडेविट (लिखित बयान) सार्वजनिक किया था। इस घोषणा के अनुसार, उनके पास 63 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1 करोड़ 87 लाख रुपये की अचल संपत्ति थी। इस प्रकार, उनकी कुल संपत्ति 2.5 करोड़ रुपये के आसपास थी।
राज्यसभा सांसद के तौर पर वे कितनी कमाई करती हैं?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राज्यसभा से सांसद हैं और उनकी मासिक सैलरी लगभग 1 लाख रुपये होती है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न भत्तों के रूप में उन्हें 4 लाख रुपये तक मिलते हैं। इससे उनके सालाना आय का अनुमान लगाया जा सकता है, हालांकि यह आय उनकी संपत्ति की तुलना में अपेक्षाकृत कम है।
लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर ठुकराया
निर्मला सीतारमण ने लोकसभा चुनाव 2024 में एक महत्वपूर्ण बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके पास चुनाव लड़ने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं। उन्होंने मीडिया को बताया था कि एक हफ्ते तक सोचने के बाद उन्होंने बीजेपी द्वारा लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। उनका कहना था कि, “चुनाव लड़ने के लिए पैसे और संसाधन होना बेहद जरूरी है, और मुझे लगता है कि मैं उस स्तर पर नहीं पहुंच पाई हूं।”
उनका यह बयान कई मायनों में महत्वपूर्ण था, क्योंकि यह दर्शाता है कि वे राजनीतिक दुनिया में पैसे के महत्व को समझती हैं और इस पर व्यावहारिक दृष्टिकोण रखती हैं।
वित्त मंत्री के रूप में जिम्मेदारी और व्यक्तिगत स्थिति
निर्मला सीतारमण का जीवन सार्वजनिक सेवा में समर्पित है। वे वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक विकास और सुधारों की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। हालांकि, उनके व्यक्तिगत संपत्ति विवरण से यह साफ है कि वे अत्यधिक खर्च और भव्यता से दूर रहने वाली नेता हैं। उनकी संपत्ति से यह भी प्रमाणित होता है कि वे अपने वित्तीय मामले में संतुलन और संयम रखने वाली नेता हैं।