Edited By Radhika,Updated: 06 Feb, 2025 01:11 PM
![know the painful story of akash who returned from america](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_13_10_557925666akash-ll.jpg)
अमेरिका ने अबतक 104 भारतीयों को डिपोर्ट कर भारत वापिस भेज दिया है। भारत भेजे गए इन लोगों को मेक्सिको-अमेरिकी बार्डर से पकड़ा गया है। सीमा से पकड़े गए लोगों ने डंकी रुट के ज़रिए अमेरिका में घुसने की कोशिश की थी। 104 भारतीयों की अलग-अलग कहानियां हैं।
नेशनल डेस्क: अमेरिका ने अबतक 104 भारतीयों को डिपोर्ट कर भारत वापिस भेज दिया है। भारत भेजे गए इन लोगों को मेक्सिको-अमेरिकी बार्डर से पकड़ा गया है। सीमा से पकड़े गए लोगों ने डंकी रुट के ज़रिए अमेरिका में घुसने की कोशिश की थी। 104 भारतीयों की अलग-अलग कहानियां हैं। हाल ही में अमेरिका से एक सैन्य विमान आया, जिसमें 104 भारतीय डिपोर्ट होकर भारत लौटे। इन लोगों के साथ-साथ कई सपने भी वापस आए। हाथों में हथकड़ी लगाए ये लोग अब अपनी-अपनी कहानियां साझा कर रहे हैं। कुछ लोग काफी परेशान हैं, तो कुछ लोग बिना ठिकाने के अपने रिश्तेदारों के घर चले गए हैं।
20 साल के आकाश ने अमेरिका जाने की जिद पकड़ी। यह कहानी करनाल के घरौंडा के कालरों गांव के एक युवक की है। आकाश का सपना था कि वह देश से बाहर जाए, और उसने इसके लिए बहुत जिद की। आकाश की जिद के आगे उसके बड़े भाई ने अपनी नहीं मानी और उसे भेज दिया। आकाश को भेजने के लिए उसके परिवार ने अपनी ज़मीन का ढाई एकड़ हिस्सा बेच दिया।
आकाश को अमेरिका भेजने के लिए एजेंट से 65 लाख रुपये की बात हुई थी, और इसके अलावा 6 से 7 लाख रुपये का खर्च अलग से आया। आकाश करीब 10 महीने पहले अमेरिका जाने के लिए निकला था। 26 जनवरी को उसने मैक्सिको की दीवार कूदी और अमेरिका पहुंच गया, लेकिन वहां वह पकड़ लिया गया।
दरअसल, डंकी रूट के दो रास्ते होते हैं। एक सीधा रास्ता होता है, जिसमें मैक्सिको से होकर दीवार कूद कर अमेरिका पहुंचा जाता है, जबकि दूसरा रास्ता बहुत लंबा और खतरनाक होता है, जिसमें कई देशों से फ्लाइट, टैक्सी, कैंटर, बस, जंगल, और समुद्र पार करने पड़ते हैं। एजेंट ने आकाश के परिवार से उसे सीधे मैक्सिको भेजने के लिए पैसे लिए थे, लेकिन आकाश को दूसरे खतरनाक रास्ते से भेज दिया गया। आकाश के भाई ने कुछ वीडियो दिखाए, जो उन जंगलों के थे जिनसे आकाश को गुजरना पड़ा था। 26 जनवरी को आकाश ने अपने परिवार से आखिरी बार बात की थी, जब वह मैक्सिको की दीवार कूदकर अमेरिका पहुंचा था। हालांकि, वहां उसे पकड़ लिया गया था और कुछ समय बाद डर दिखाकर उससे डिपोर्टेशन के कागजात पर साइन करवा लिए गए। आकाश के भाई शुभम को बुधवार दोपहर में पता चला कि उसका भाई वापस आ रहा है, क्योंकि 26 जनवरी के बाद से उनसे कोई बात नहीं हुई थी। फिर बुधवार शाम को जब आकाश का फोन मिला, तो उसने बताया कि वह वापस आ रहा है।
आकाश को अमेरिका जाने के लिए कुल 72 लाख रुपये का खर्चा आया। डिपोर्ट होने के बाद, आकाश सुबह अपने घर वापस पहुंचा और फिर अपने मामा के घर चला गया। आकाश के भाई ने कुछ वीडियो भी दिखाए, जो जंगलों के थे और इससे परिवार की हालत बहुत खराब हो गई है। अब परिवार चाहता है कि एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और कोई भी व्यक्ति डंकी रूट से अमेरिका न जाए। इस कठिन समय में उन्हें सबकी मदद की जरूरत है।