Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 07 Feb, 2025 01:33 PM

दिल्ली में 2025 के विधानसभा चुनावों में मतदान संपन्न हो चुका है और अब एग्जिट पोल्स ने नतीजे सामने आ गए हैं। एग्जिट पोल में दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों पर बीजेपी की सरकार बनती हुई नजर आ रही है जबकि आम आदमी पार्टी इस बार सत्ता से बेदखल होती दिख रही है।
नेशनल डेस्क: दिल्ली में 2025 के विधानसभा चुनावों में मतदान संपन्न हो चुका है और अब एग्जिट पोल्स ने नतीजे सामने आ गए हैं। एग्जिट पोल में दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों पर बीजेपी की सरकार बनती हुई नजर आ रही है जबकि आम आदमी पार्टी इस बार सत्ता से बेदखल होती दिख रही है।
दिल्ली में बीजेपी की सरकार का इतिहास कैसा रहा है?
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का शासन राजनीतिक इतिहास में महत्वपूर्ण रहा है, जिसमें कई उतार-चढ़ाव आए। बीजेपी ने दिल्ली में पहली बार 1993 में सरकार बनाई थी, और उसके बाद से कई बार सत्ता में आई। हालांकि, दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी (आप) के उभरने के बाद बीजेपी का सत्ता में आना कठिन हो गया है, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी का योगदान दिल्ली की राजनीति में उल्लेखनीय है।
1993 में दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुए। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 49 सीटों पर जीत हासिल की और मदन लाल खुराना को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया। हालांकि, यहां पर बीजेपी सरकार चलाने में विफल रही। उन्हें कम समय में 3 बार मुख्यमंत्री बदलने पड़े। 26 फरवरी 1996 को साहिब सिंह वर्मा को मुख्यमंत्री बना दिया गया, लेकिन 12 अक्तूबर 1998 को उनको हटा दिया गया और बीजेपी ने सुष्मा स्वराज को नया मुख्यमंत्री घोषित कर दिया। पार्टी के अंदर कार्यकाल के दौरान कलह जारी रही और फिर 1998 में सरकार फिर टूटी तो दोबारा हुए चुनावों में कांग्रेस ने जीत हासिल कर बीजेपी को झटका दे दिया।
शीला दीक्षित लगातार 3 बार रहीं मुख्यमंत्री
शीला दीक्षित (कांग्रेस) ने तीन बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने 1998 से 2013 तक लगातार मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और उनके कार्यकाल में दिल्ली में कई महत्वपूर्ण विकास कार्य हुए।
2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी की अपराजेय स्थिति
साल 2015 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। आप ने 70 में से 67 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी को केवल 3 सीटों पर संतोष करना पड़ा। इस जीत ने अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को दिल्ली में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में बैठाया। साल 2020 में भी दिल्ली में आम आदमी पार्टी का दबदबा बरकरार रहा। इस बार भी आप ने 70 में से 62 सीटें जीतीं, जबकि बीजेपी को केवल 8 सीटें ही मिलीं। इस जीत में केजरीवाल के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों और मुफ्त सुविधाओं को लेकर दिल्ली के नागरिकों ने भारी समर्थन दिया।
2025 में क्या हो रहा है?
अब 2025 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है। एग्जिट पोल्स में यह नजर आ रहा है कि इस बार बीजेपी ने अपनी सीटों में इज़ाफा किया है और आम आदमी पार्टी से कांटे की टक्कर ले रही है। कई एग्जिट पोल्स के अनुसार बीजेपी को 45-50 सीटों के आसपास मिल सकती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 32-37 सीटों के आस-पास दिखाया जा रहा है। इससे यह साफ है कि दिल्ली विधानसभा में इस बार किसी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना कम है।
बीजेपी ने इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय योजनाओं का जोरदार प्रचार किया है, जबकि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के विकास कार्यों, मुफ्त बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर दिया है। एग्जिट पोल्स में अब यह सवाल उठ रहा है कि दिल्ली में बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी और क्या वह इस बार दिल्ली की सत्ता पर काबिज हो पाएगी।