Edited By Rahul Rana,Updated: 11 Nov, 2024 09:31 AM
लंबे समय से चल रहे नवजात शिशु तस्करी के मामले में कोलकाता पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। रविवार को बंगाल पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने एक दंपती को गिरफ्तार किया जोकि नवजात बच्चों की तस्करी करने वाले गिरोह का हिस्सा थे। गिरफ्तार किए गए दंपती...
इंटरनेशनल डेस्क। लंबे समय से चल रहे नवजात शिशु तस्करी के मामले में कोलकाता पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। रविवार को बंगाल पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने एक दंपती को गिरफ्तार किया जोकि नवजात बच्चों की तस्करी करने वाले गिरोह का हिस्सा थे। गिरफ्तार किए गए दंपती में माणिक हलदार और उनकी पत्नी मुकुल सरकार शामिल हैं। पुलिस को शक है कि इस तस्करी का मामला सिर्फ कोलकाता तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार देश के विभिन्न हिस्सों और पड़ोसी देश बांग्लादेश से भी जुड़े हो सकते हैं।
कैसे हुआ तस्करी का पर्दाफाश?
सीआईडी को नवजात शिशुओं की तस्करी की जानकारी मिली थी। इसके बाद पुलिस ने बच्चा गोद लेने के बहाने आरोपियों से संपर्क किया। बता दें कि रविवार को शालीमार स्टेशन पर एक शिशु को चार लाख रुपये में बेचे जाने की डील तय हुई थी जब आरोपित माणिक हलदार और उनकी पत्नी मुकुल सरकार शिशु के साथ डील करने पहुंचे, तब सीआईडी के अधिकारियों ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। उनके पास से दो दिन का नवजात शिशु बरामद किया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने यह बच्चा बिहार के गया जिले से स्थानीय मदद से चुराया था।
नवजात तस्करी का तरीका
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य मुख्य रूप से उन नि:संतान दंपतियों को निशाना बनाते थे, जो बच्चा गोद लेने के इच्छुक होते थे और इसके लिए मोटी रकम देने को तैयार रहते थे। आरोपियों का उद्देश्य इन दंपतियों से पैसे लेकर नवजात बच्चों को उन्हें बेच देना था।
पहले भी हुआ था तस्करी का भंडाफोड़
यह पहला मामला नहीं है। पिछले साल अगस्त में भी कोलकाता पुलिस ने नवजात शिशु तस्करी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने इस गिरोह के कई सदस्य गिरफ्तार किए थे और तस्करी में शामिल कुछ और लोगों की पहचान भी की थी।