Edited By Rohini Oberoi,Updated: 10 Apr, 2025 11:22 AM
राजस्थान के कोटा शहर में एक शादी का कार्ड इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है जो भाईचारे और दोस्ती की मिसाल पेश कर रहा है। इस कार्ड में एक ऐसी कहानी समाई है जिसमें दो दोस्त अलग-अलग धर्म से होने के बावजूद अपने बच्चों की शादी एक ही दिन और एक ही जगह पर...
नेशनल डेस्क। राजस्थान के कोटा शहर में एक शादी का कार्ड इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है जो भाईचारे और दोस्ती की मिसाल पेश कर रहा है। इस कार्ड में एक ऐसी कहानी समाई है जिसमें दो दोस्त अलग-अलग धर्म से होने के बावजूद अपने बच्चों की शादी एक ही दिन और एक ही जगह पर धूमधाम से कर रहे हैं। इस कारण यह कार्ड सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।
बचपन की दोस्ती से बिजनेस पार्टनर बनने तक
कोटा जिले के जनकपुरी माला रोड निवासी अब्दुल रऊफ अंसारी और विश्वजीत चक्रवर्ती बचपन के दोस्त हैं। समय के साथ यह दोस्ती बिजनेस पार्टनरशिप में बदल गई और अब दोनों परिवार एक-दूसरे की खुशियों का हिस्सा बनते हैं। दोनों परिवारों के बीच का रिश्ता बहुत मजबूत है और वे मिलकर त्योहारों और अन्य अवसरों को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
एक-दूसरे के परिवारों का स्वागत
अब इन दोनों दोस्तों ने अपने बच्चों की शादी एक साथ करने का निर्णय लिया है। इस शादी के कार्ड को एक साथ छपवाया गया है जिसमें दोनों परिवारों का नाम अलग-अलग भाषाओं में लिखा गया है – हिंदी और उर्दू। कार्ड को ‘उत्सव-ए-शादी’ का नाम दिया गया है। इस कार्ड में न सिर्फ शादी की तारीखों का विवरण है बल्कि एक-दूसरे के परिवारों के लिए संदेश भी है जो इस अनोखे शादी समारोह का हिस्सा बन रहे हैं।
शादी की तारीखें और समारोह
यद्यपि दोनों दोस्तों के बेटे की शादी अलग-अलग तारीखों को होगी लेकिन शादी के कार्यक्रम को एक साथ रखा गया है। अब्दुल रऊफ अंसारी के बेटे युनुस परवेज अंसारी की शादी 17 अप्रैल को होगी जबकि विश्वजीत चक्रवर्ती के बेटे सौरभ की शादी 18 अप्रैल को आयोजित की जाएगी। इसके बाद दोनों परिवारों का रिसेप्शन एक ही रिसॉर्ट में होगा जिसे ‘दावत-ए-खुशी’ नाम दिया गया है।
यह शादी सिर्फ दो परिवारों के बीच नहीं बल्कि समाज के लिए एक बड़ा संदेश है। धर्म और परंपराओं से ऊपर उठकर हम सभी एक साथ खुशियां मना सकते हैं। इस तरह के समारोह भाईचारे और सौहार्द्र की भावना को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।