Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Jan, 2025 04:56 PM
महाकुंभ 2025 में इस बार देश-विदेश से साधु-संत और तपस्वी अपनी अनूठी कहानियों के चलते चर्चा में हैं। इनमें से एक नाम जो खासा सुर्खियां बटोर रहा है, वह है 'IITian बाबा'। लाखों की नौकरी छोड़कर आध्यात्मिक राह अपनाने वाले इस वैरागी की कहानी हर किसी को...
नेशनल डेस्क: महाकुंभ 2025 में इस बार देश-विदेश से साधु-संत और तपस्वी अपनी अनूठी कहानियों के चलते चर्चा में हैं। इनमें से एक नाम जो खासा सुर्खियां बटोर रहा है, वह है 'IITian बाबा'। लाखों की नौकरी छोड़कर आध्यात्मिक राह अपनाने वाले इस वैरागी की कहानी हर किसी को हैरान कर रही है। आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग करने वाले अभय सिंह, जो अब IITian बाबा के नाम से पहचाने जाते हैं, अपने जीवन के इस अभूतपूर्व मोड़ के कारण चर्चा में हैं।
हरियाणा के झज्जर जिले के सासरौली गांव के रहने वाले अभय सिंह ने कभी लाखों रुपये की नौकरी की थी। उन्होंने 2019 में कनाडा की एक कंपनी में काम किया, जहां उन्हें 36 लाख रुपये के पैकेज पर रखा गया था। लेकिन कनाडा में बिताए तीन सालों में उन्हें जीवन से असंतोष और मानसिक तनाव महसूस होने लगा। इन समस्याओं से निपटने के लिए उन्होंने अध्यात्म की राह पकड़ ली। अभय का कहना है कि विदेश में कमाई के बावजूद वहां के जीवन की परेशानियां उन्हें भीतर से खाली कर रही थीं।
अभय ने इंटरव्यू में बताया कि भारत में उनकी एक गर्लफ्रेंड भी थी, जिनके साथ उन्होंने चार साल तक डेटिंग की। हालांकि, परिवार में लगातार कलेश देखकर उनका शादी से विश्वास उठ गया। पिता कर्ण सिंह, जो पेशे से वकील हैं, ने एक इंटरव्यू में कहा कि अभय ने पिछले छह महीने से उनका नंबर ब्लॉक कर दिया है और उन्हें नहीं पता था कि उनका बेटा अब कहां है।
अभय सिंह की यह यात्रा, जहां उन्होंने दुनियावी सुख-सुविधाओं को त्यागकर साधना और भक्ति को अपना जीवन बना लिया, महाकुंभ में आने वाले लोगों को प्रभावित कर रही है। उनकी कहानी यह दिखाती है कि जीवन में असली संतोष बाहरी साधनों में नहीं, बल्कि भीतर की शांति में छिपा है।