Edited By Archna Sethi,Updated: 30 Jan, 2025 09:28 PM
पंजाब के श्रम विभाग की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना
चंडीगढ़, 30 जनवरी:(अर्चना सेठी) पंजाब के श्रम मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने बीती शाम नई दिल्ली में श्रम मंत्रियों और श्रम सचिवों के दो दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रस्ताव रखा कि ई-श्रम के तहत पंजीकृत श्रमिकों को स्वास्थ्य बीमा, उनके बच्चों के लिए छात्रवृत्ति और सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन लाभ प्रदान किए जाएं।
सम्मेलन के दौरान सौंद ने इस मुद्दे पर केंद्रीय श्रम मंत्री के साथ भी विचार-विमर्श किया। उन्होंने आई.टी.आई. और पॉलिटेक्निक के माध्यम से कौशल की पहचान और प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया और श्रमिकों के लिए कौशल विकास और निरंतर सहायता की आवश्यकता को उजागर किया।
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में हुए इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य श्रम कल्याण की दिशा में बेहतर कार्यप्रणालियों पर चर्चा करना और श्रमिकों के समक्ष आने वाली प्रमुख चुनौतियों का समाधान करना था।
पंजाब के श्रम सचिव मनवेश सिंह सिद्धू ने इस सम्मेलन के दौरान राज्य के श्रम विभाग के 100 प्रतिशत कंप्यूटरीकरण के बारे में जानकारी दी, जिसके चलते विभाग का कार्य अब पूरी तरह से कागज रहित, पारदर्शी और कुशल हो गया है। उन्होंने बताया कि इस पहल से जवाबदेही बढ़ी है, व्यापार में आसानी हुई है और सेवाएं प्रदान करना अधिक सुगम हो गया है।
गौरतलब है कि सम्मेलन में पंजाब के श्रम विभाग और ‘किरती सहायक’ ऐप की भी सराहना की गई। उल्लेखनीय है कि ‘किरती सहायक’ ऐप निर्माण श्रमिकों को कहीं से भी और कभी भी पंजीकरण की सुविधा प्रदान करता है। इसके अलावा, यह ऐप बायोमेट्रिक प्रमाणिकता के लिए आधार ई-केवाईसी का उपयोग करता है और सेवाओं की समयबद्ध डिलीवरी सुनिश्चित करता है।
सम्मेलन के दौरान निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए बेहतर कार्यप्रणालियों, ई.एस.आई.सी. को ए.बी.जे.ए.वाई. योजना से जोडऩे और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। ई-श्रम के माध्यम से असंगठित श्रमिकों के पंजीकरण को बढ़ावा देने, नेशनल करियर सर्विस के लिए रोडमैप तैयार करने और प्रधानमंत्री शिक्षा एवं रोजगार लॉन्च जैसी पहलों की समीक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया।