Edited By Parminder Kaur,Updated: 06 Oct, 2024 10:25 AM
मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने कई राज्यों को प्रभावित किया है और अब मेघालय भी इस संकट का सामना कर रहा है। बाढ़ के कारण पूरे राज्य में हाहाकार मच गया है। वहीं भारी बारिश के चलते भूस्खलन की घटनाएं भी देखने को मिली हैं। पिछले 24 घंटे में मेघालय में 10 लोगों...
नेशनल डेस्क. मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने कई राज्यों को प्रभावित किया है और अब मेघालय भी इस संकट का सामना कर रहा है। बाढ़ के कारण पूरे राज्य में हाहाकार मच गया है। वहीं भारी बारिश के चलते भूस्खलन की घटनाएं भी देखने को मिली हैं। पिछले 24 घंटे में मेघालय में 10 लोगों की जान चली गई है।
1 परिवार के 7 लोगों की मौत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मेघालय की दक्षिणी गारो पहाड़ी पर भयंकर भूस्खलन हुआ है। गसुआपारा इलाके में भी लैंडस्लाइड की खबरें आई हैं। हटियासिया सोंगमा में भूस्खलन के कारण एक ही परिवार के 7 लोग मारे गए। भूस्खलन के समय एक घर में 3 नाबालिग बच्चों समेत 7 लोग मौजूद थे, जो सभी फंस गए और उनकी मौत हो गई।
5 जिलों पर मंडरा रहा खतरा
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बताया कि गारो पहाड़ियों के बीच 5 जिलों में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण सभी जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। उन्होंने इस स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की। दालू में भूस्खलन के कारण 3 लोगों की मौत हुई है और हटियासिया सोंगमा में 7 लोगों की जान गई है।
NDRF और SDRF की टीमें बचाव में जुटी
रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री ने भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है। NDRF और SDRF की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य कर रही हैं और मलबे में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास जारी है।
बाढ़ के पानी में बह गया पुल
खबरों के अनुसार, शुक्रवार रात तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। इस दौरान गसुआपारा इलाके में बना एक पुल अचानक बह गया। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में राज्य में लकड़ी के पुलों की पहचान करने और उनकी जगह पक्के पुल बनाने के आदेश दिए हैं। मेघालय में बारिश और बाढ़ का कहर अभी भी जारी है और जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है।