Edited By Anu Malhotra,Updated: 10 Oct, 2024 08:53 AM
लास वेगास से एक चमत्कारिक घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने बिना किसी पूर्व पायलट ट्रेनिंग या लाइसेंस के प्राइवेट प्लेन को सुरक्षित लैंड कराया। यह महिला अपने पायलट पति के साथ निजी विमान में सफर कर रही थी, जब उसके पति को अचानक दिल का दौरा पड़ गया और...
नेशनल डेस्क: लास वेगास से एक चमत्कारिक घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने बिना किसी पूर्व पायलट ट्रेनिंग या लाइसेंस के प्राइवेट प्लेन को सुरक्षित लैंड कराया। यह महिला अपने पायलट पति के साथ निजी विमान में सफर कर रही थी, जब उसके पति को अचानक दिल का दौरा पड़ गया और वह विमान को उड़ाने में असमर्थ हो गए।
69 वर्षीय यवोन किनेन-वेल्स, जो पेशे से एक रियल एस्टेट एजेंट हैं, ने इस आपात स्थिति में सूझबूझ का परिचय देते हुए एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, विमान उस समय लगभग 5900 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था और दोनों लास वेगास से कैलिफोर्निया की ओर जा रहे थे।
पति को आया दिल का दौरा, महिला ने दिखाई हिम्मत
जब 78 वर्षीय एलियट अल्पर, यवोन के पति, को दिल का दौरा पड़ा, तो स्थिति बेहद गंभीर हो गई। प्लेन हवा में लहरा रहा था, और यवोन के पास न तो उड़ान का अनुभव था, न ही कोई लाइसेंस। लेकिन उन्होंने घबराने के बजाय हिम्मत दिखाई और एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने दिया निर्देश
एयर ट्रैफिक कंट्रोल के निर्देशों का पालन करते हुए यवोन ने विमान को नियंत्रित किया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही बातचीत के ऑडियो में सुना जा सकता है कि कंट्रोलर ने यवोन से कहा, "हम आपको ऐसा रास्ता बताएंगे जिससे आप सीधे बेकर्सफील्ड हवाई अड्डे पर सुरक्षित लैंड कर सकें।" यवोन ने दृढ़ता से जवाब दिया, "ओके।"
यह अविश्वसनीय पल यवोन के जीवन और मृत्यु के बीच का था। उन्होंने बाद में बताया, "जब मेरे पति को दिल का दौरा आया, तो मैं डर गई थी, लेकिन मुझे पता था कि मुझे कुछ करना होगा। मैंने रोने या घबराने के बजाय विमान को नीचे लाने पर ध्यान केंद्रित किया।"
पति की हालत स्थिर, महिला की सूझबूझ की हो रही तारीफ
अल्पर की हालत फिलहाल स्थिर है और उनका इलाज चल रहा है। यवोन की सूझबूझ और साहस ने उनके पति की जान बचाई, और यह कहानी अब एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गई है। सोशल मीडिया पर भी यवोन के साहस की तारीफ की जा रही है, और लोग उन्हें असली हीरो मान रहे हैं।
यह घटना साबित करती है कि विपरीत परिस्थितियों में धैर्य और सही फैसले कैसे किसी को जीवन और मृत्यु के बीच से जीत दिला सकते हैं।