पूरे देश में शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई रमजान के आखिरी जुमे की नमाज

Edited By Parveen Kumar,Updated: 28 Mar, 2025 11:02 PM

last friday prayers of ramzan were offered peacefully across the country

रमजान माह के आखिरी जुमे की नमाज पूरे देश में शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई, जबकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने दावा किया कि सांसदों और विधायकों समेत कई मुस्लिमों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में काली पट्टी पहनकर मस्जिदों में...

नेशनल डेस्क : रमजान माह के आखिरी जुमे की नमाज पूरे देश में शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई, जबकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने दावा किया कि सांसदों और विधायकों समेत कई मुस्लिमों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में काली पट्टी पहनकर मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की। जम्मू-कश्मीर में, हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता और कश्मीर के प्रमुख धर्मगुरु मीरवाइज उमर फारूक ने कहा कि श्रीनगर की ऐतिहासिक जमिया मस्जिद में शुक्रवार को सामूहिक नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया। रमजान के एक महीने के रोजे रखने के बाद ईद-उल-फितर का त्योहार आता है। इस साल ईद 31 मार्च या एक अप्रैल को मनाई जा सकती है। उत्तर प्रदेश में, रमजान के आखिरी जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से मस्जिदों में अदा की गई, जबकि सुरक्षा इंतजामों को बढ़ा दिया गया था।

अधिकारियों के मुताबिक, राज्य में संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने लखनऊ में स्थित पुलिस मुख्यालय के नियंत्रण कक्ष से सुरक्षा व्यवस्थाओं की निगरानी की और कहा कि पूरे राज्य में नमाज शांतिपूर्वक अदा की गई। नियंत्रण कक्ष में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश सहित वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। पिछले साल 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद से तनावपूर्ण संभल में भी नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई, जबकि मेरठ में, कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली, जहां अधिकारियों ने लोगों को सड़कों पर नमाज अदा करने के खिलाफ चेतावनी दी थी।

कड़ी सुरक्षा के बीच पूरे अयोध्या में नमाज अदा की गई, पुलिस टीमों ने सतर्कता सुनिश्चित की। अयोध्या के महानिरीक्षक (आईजी) प्रवीण कुमार ने कहा कि अयोध्या संभाग के सभी जिलों में नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। अमेठी में कड़ी सुरक्षा के बीच 367 मस्जिदों में नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। पुलिस अधीक्षक (एसपी) अपर्णा रजत कौशिक ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों पर सीसीटीवी के जरिए नजर रखी गई और अमेठी, जगदीशपुर और जायस की जामा मस्जिद समेत प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। मिर्जापुर में भी अलविदा जुमा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश कुमार ने कहा कि जिले से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। उन्होंने कहा कि जिले की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक इमामबाड़ा में आम दिनों की तरह नमाजियों की भीड़ उमड़ी। मस्जिद में नमाज दोपहर 12.30 बजे शुरू हुई।

अधिकारी ने बताया कि मस्जिद के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता फारूक ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में दावा किया कि लाखों लोग रमजान के आखिरी शुक्रवार को सामूहिक नमाज अदा करने के लिए इंतजार कर रहे थे, लेकिन अधिकारियों ने जामिया मस्जिद को बंद कर दिया। शहर के नौहट्टा इलाके में स्थित भव्य मस्जिद को बृहस्पतिवार रात शब-ए-कद्र के अवसर पर नमाज के लिए बंद कर दिया गया। मीरवाइज ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "जामिया मस्जिद लोगों के लिए बंद है और मैं आज भी जुमा-तुल-विदा के दिन घर में नजरबंद हूं।" मीरवाइज ने कहा कि वह अधिकारियों से पूछना चाहते हैं कि कश्मीर की धार्मिक पहचान के इस सबसे महत्वपूर्ण केंद्र को "बार-बार क्यों निशाना बनाया जा रहा है और लोगों के धार्मिक आचरण के मौलिक अधिकार पर अंकुश क्यों लगाया जा रहा है, जबकि हर दिन सामान्य स्थिति के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं?"

इस बीच, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने दावा किया कि करोड़ों मुसलमानों ने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराने के लिए अपनी बांहों पर काली पट्टियां बांधी। बोर्ड ने पहले मुसलमानों से आग्रह किया था कि वे वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ अपने विरोध के प्रतीक के रूप में रमजान के आखिरी जुमे की नमाज़ के लिए जाते समय काली पट्टियां बांधें। बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी, महासचिव मौलाना फजलुर्रहीम मुजद्दिदी, उपाध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी और सचिव मौलाना उमरैन महफूज रहमानी सहित अन्य ने काली पट्टियां बांधी।

एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, आईयूएमएल के सांसद कनी नवास, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और कर्नाटक विधानसभा के विधायक रिजवान अरशद ने मस्जिदों में जुमे की नमाज़ पढ़ते समय पट्टियां बांधी। बोर्ड ने कहा, "हम सरकार से इस असंवैधानिक वक्फ संशोधन विधेयक को तुरंत वापस लेने की मांग करते हैं!" पटना और अन्य शहरों में बड़ी संख्या में मुसलमानों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में नमाज के दौरान काली पट्टी बांधी।

बोर्ड के अनुरोध के मुताबिक कई मुसलमानों ने सोशल मीडिया पर 'इंडिया अगेंस्ट वक्फ बिल' हैशटैग के साथ बांह पर पट्टी बांधकर अपनी तस्वीरें पोस्ट कीं। बिहार के पटना में, बोर्ड की अपील के बाद, नमाज से पहले पटना रेलवे स्टेशन के पास जामा मस्जिद और दरियापुर मस्जिद के बाहर काली पट्टी बांटी गई। संबंधित घटनाक्रम में, राजद नेता और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आधिकारिक आवास के बाहर पोस्टर लगाए गए, जिसमें ईद पर मुसलमानों को भाजपा द्वारा 'सौगत-ए-मोदी' किट वितरित किए जाने की आलोचना की गई। 

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