Edited By Archna Sethi,Updated: 25 Jan, 2025 08:54 PM
लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के करीबी सहयोगी की गिरफ्तारी
चंडीगढ़, 25 जनवरी: (अर्चना सेठी) एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स पंजाब ने एस.ए.एस. नगर पुलिस के साथ मिलकर डेराबस्सी के आयलेट्स/इमिग्रेशन सेंटर में हुई गोलीबारी की घटना के संबंध में लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी आज यहाँ पंजाब पुलिस के महानिदेशक गौरव यादव ने दी।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान महफूज उर्फ विशाल खान के रूप में हुई है, जो डेरा बस्सी का निवासी है। पुलिस टीम ने उसके कब्जे से एक .32 बोर पिस्टल और पांच कारतूस बरामद किए हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी और लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के एक अन्य सदस्य मनजीत उर्फ गुरी, जो इस समय तिहाड़ जेल में बंद है, डेरा बस्सी के आयलेट्स/इमिग्रेशन सेंटर में हुई गोलीबारी घटना के मास्टरमाइंड थे। मिली जानकारी के अनुसार, 19 सितंबर, 2024 को दिनदहाड़े दो मोटरसाइकिल सवार नौजवानों ने डेरा बस्सी में आयलेट्स/इमिग्रेशन सेंटर के बाहर मालिक से फिरौती मांगने के संबंध में गोलियाँ चलाई थीं।
डीजीपी ने कहा कि इस घटना में शामिल अन्य सभी आरोपियों जैसे जगदीप जग्गा, मोहित कुमार उर्फ बंटी, अनमोल, गुरकीरत सिंह बेदी, निशांत कुमार उर्फ निक्कू राणा को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि महफूज उर्फ विशाल खान फरार था।
ऑपरेशन के विवरण साझा करते हुए, एजीटीएफ के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) प्रमोद बान ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर आरोपी विशाल खान की संभावित छिपने की जगहों और ठिकानों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई थी।
एडीजीपी ने कहा कि तेजी से कार्रवाई करते हुए एआईजी गुरमीत चौहान की निगरानी में एसएसपी एसएएस नगर दीपक पारिक के साथ तालमेल करके एजीटीएफ की विशेष टीमों का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि टीमों ने संभावित छिपने की जगहों/ठिकानों पर लगातार निगरानी बनाए रखी और आरोपी को बरवाला के पास पंजाब-हरियाणा सीमा से पिस्टल सहित सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।
एआईजी एजीटीएफ गुरमीत चौहान ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है और 2023 से वह विदेश आधारित आतंकवादी गोल्डी बराड़ के निर्देशों पर काम कर रहा था। गिरफ्तार आरोपी ने हरियाणा के नामी गैंगस्टर जोगिंदर उर्फ जोगा से हथियारों की खेप भी प्राप्त की थी। बता दें कि जोगा ने सिद्धू मूसेवाला हत्या केस में शामिल आरोपियों को हथियार और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की थी और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
एजीटीएफ ने कहा कि मनजीत गुरी पहले नवंबर 2023 में पुलिस कार्रवाई में उस समय घायल हो गया था, जब उसे गोल्डी बराड़ ने ज़ीरकपुर में कुछ कारोबारियों के हत्या करने के निर्देश दिए थे।
एसएसपी दीपक पारिक ने आगे कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी त्राईसिटी में कोई अपराध करने की योजना बना रहा था। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले के अगले और पिछ्ले संबंधों का पता लगाने के लिए और जांच जारी है।