Edited By Rahul Rana,Updated: 22 Mar, 2025 04:10 PM

बीते कुछ सालों में जन्म के बाद बच्चों को फार्मूला मिल्क (पाउडर वाला दूध) पिलाने का चलन बढ़ गया है, लेकिन हाल ही में किए गए एक शोध ने इस दूध के सेहत पर पड़ने वाले खतरों को उजागर किया है। कंज्यूमर रिपोर्ट की एक ताजा जांच में पाया गया कि कई फार्मूला...
नेशनल डेस्क: बीते कुछ सालों में जन्म के बाद बच्चों को फार्मूला मिल्क (पाउडर वाला दूध) पिलाने का चलन बढ़ गया है, लेकिन हाल ही में किए गए एक शोध ने इस दूध के सेहत पर पड़ने वाले खतरों को उजागर किया है। कंज्यूमर रिपोर्ट की एक ताजा जांच में पाया गया कि कई फार्मूला मिल्क सैंपल्स में लीड (सीसा) और आर्सेनिक जैसी खतरनाक चीजें मौजूद हैं, जो छोटे बच्चों के लिए स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकती हैं। जांच में पाया गया कि लगभग सभी फार्मूला मिल्क के सैंपल्स में पॉलीफ्लोरोएल्काइल (PFA) मौजूद था, जबकि एक सैंपल में बिस्फेनॉल ए (BPA) और एक्रिलामाइड भी पाया गया। कंज्यूमर रिपोर्ट ने यह भी कहा कि ये तत्व बच्चों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।
कई फार्मूला मिल्क बनाने वाली कंपनियों ने कंज्यूमर रिपोर्ट की जांच पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि लीड और आर्सेनिक जैसे तत्व प्राकृतिक रूप से पर्यावरण में पाए जाते हैं और उनके फार्मूला में इनका होना स्वाभाविक है। कंपनियों का कहना है कि उनके उत्पाद पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हालांकि, कंज्यूमर रिपोर्ट ने इस पर जोर दिया कि इन खतरनाक तत्वों की मौजूदगी बच्चों की सेहत के लिए खतरे का संकेत हो सकती है। कंज्यूमर रिपोर्ट की खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान की प्रबंधक सना मुजाहिद ने कहा, "माता-पिता को इस रिपोर्ट से घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन उन्हें अपने डॉक्टर से सलाह लेकर बेहतर विकल्प पर विचार करना चाहिए।"
फार्मूला मिल्क और लीड का खतरा
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स का कहना है कि बच्चों के लिए फार्मूला मिल्क में लीड का कोई भी स्तर सुरक्षित नहीं होता। लीड बच्चों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक है और यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। विशेष रूप से 6 महीने तक के बच्चों के लिए केवल मां का दूध ही सुरक्षित माना जाता है। मुजाहिद ने यूएसए टुडे से बात करते हुए कहा कि लीड जैसे तत्व वातावरण में मौजूद होते हैं और खाद्य पदार्थों के संपर्क में आते हैं, लेकिन उनका कहना है कि फार्मूला मिल्क में इनका बिल्कुल भी होना चाहिए।
फार्मूला मिल्क में लीड के स्तर का खुलासा
कंज्यूमर रिपोर्ट्स ने अपनी जांच में पाया कि टेस्ट किए गए 41 फार्मूला मिल्क सैंपल्स में से 34 सैंपल्स में लीड था, और लीड का स्तर 1.2 पीपीबी से लेकर 4.2 पीपीबी तक था। सबसे ज्यादा लीड एनफ़ामिल न्यूट्रामिजेन में पाया गया। हालांकि, जांच किए गए किसी भी सैंपल में लीड का स्तर तय मानक से ज्यादा नहीं था, फिर भी कम मात्रा में लीड का होना बच्चों के लिए ठीक नहीं माना जाता। फार्मूला मिल्क बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि उन्होंने जानबूझकर इन खतरनाक रासायनिक तत्वों को अपने उत्पादों में नहीं मिलाया है, बल्कि ये तत्व पर्यावरण में मौजूद होते हैं और खाद्य पदार्थों में समाहित हो जाते हैं।