Edited By Parminder Kaur,Updated: 12 Sep, 2024 12:10 PM
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। बीजेपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसे सभी प्रमुख दलों ने अपनी-अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप दे दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में अपने भाषणों में कहा है कि अगर...
नेशनल डेस्क. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। बीजेपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसे सभी प्रमुख दलों ने अपनी-अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप दे दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में अपने भाषणों में कहा है कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है, तो राज्य का विशेष दर्जा फिर से बहाल किया जाएगा। उनका दावा है कि यह कदम जम्मू-कश्मीर के लोगों के हित में होगा। वहीं बीजेपी ने राहुल गांधी के इस वादे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह जनता को झूठे वादे कर रहे हैं। कांग्रेस के वादे वास्तविकता से दूर हैं और इनका कोई ठोस आधार नहीं है। कुछ दिन पहले राहुल गांधी ने जम्मू संभाग के रामबन जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को 'राजा' कहकर तंज कसा। राहुल गांधी के इस बयान पर अब उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जवाब दिया है।
मनोज सिन्हा ने कहा कि कोई भी जम्मू-कश्मीर की जनता से बात कर उनके बारे में राय ले सकते हैं। उनके दिमाग के दरवाजे खुल जाएंगे। वो (राहुल गांधी) सीक्रेट बैलेट भी करा सकते हैं। 75 प्रतिशत से अधिक जनता ने ये नहीं कहा कि पांच साल में राज्य में जनता की भलाई के लिए काम हुआ है। तो वो यहां से चले जाएंगे।
बता दें कुछ दिन पहले भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी और फारुख अब्दुल्ला पर निशाना साधा। दरअसल, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने दावा किया है कि अगर उनकी गठबंधन की सरकार बनती है, तो वे जम्मू-कश्मीर से पब्लिक सेफ्टी एक्ट को हटा देंगे। अनुराग ठाकुर ने इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "राहुल गांधी और फारुख अब्दुल्ला का कहना है कि वे पब्लिक सेफ्टी एक्ट को खत्म कर देंगे। मैं जानना चाहता हूं कि वे जेल में बंद देश के दुश्मनों को क्यों छोड़ना चाहते हैं। क्या वे जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांत करना चाहते हैं?"