Edited By Parveen Kumar,Updated: 24 Apr, 2025 11:47 PM
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने पीड़ितों के परिवारों को राहत देने के लिए क्लेम (दावे) की प्रक्रिया आसान करने का फैसला किया है। मंगलवार को हुए इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें ज्यादातर...
नेशनल डेस्क : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने पीड़ितों के परिवारों को राहत देने के लिए क्लेम (दावे) की प्रक्रिया आसान करने का फैसला किया है। मंगलवार को हुए इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
LIC की मदद का ऐलान
एलआईसी ने बयान जारी कर कहा कि वह इस दुखद घटना से बेहद दुखी है और पीड़ितों के परिवारों को जल्द से जल्द बीमा का पैसा देने की कोशिश करेगी। एलआईसी के CEO सिद्धार्थ मोहंती ने कहा कि दावेदारों की परेशानी को कम करने के लिए कुछ शर्तों में छूट दी गई है। अब अगर मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं है, तो सरकार की ओर से मुआवजा मिलने का कोई दस्तावेज, या हमले की पुष्टि करने वाला कोई सरकारी रिकॉर्ड भी दावे के लिए मान्य होगा।
कहां संपर्क करें?
दावेदार अपने नजदीकी एलआईसी ब्रांच, डिविजन या कस्टमर सेंटर में संपर्क कर सकते हैं।
सहायता के लिए फोन करें: 022-68276827
हमले को लेकर सर्वदलीय बैठक
इस हमले के बाद गुरुवार को दिल्ली में सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, और गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राजनीतिक दलों को जानकारी दी।
सरकार ने मानी चूक
गृह मंत्री अमित शाह ने माना कि इस हमले में चूक हुई। उन्होंने कहा कि अगर गलती नहीं होती, तो हम इस बैठक में क्यों होते? कई नेताओं ने सवाल उठाया कि इतनी संवेदनशील जगह पर सुरक्षा क्यों नहीं थी। इस पर सरकार ने जवाब दिया कि आमतौर पर यह रूट जून में अमरनाथ यात्रा के दौरान खुलता है, लेकिन इस बार पहले ही लोग वहां जा रहे थे।